उत्त्तराखंड में भयानक सड़क हादसा: 60 फीट गहरी खाई में गिरा टेंपो ट्रैवलर
जागरण संवाददाता, नैनीताल। उत्त्तराखंड के नैनीताल जिले में एक भयानक सड़क हादसा हुआ है, जिसमें दिल्ली के पर्यटकों से भरा एक टेंपो ट्रैवलर ज्योलीकोट के दोगांव के पास अनियंत्रित होकर करीब 60 फीट गहरी खाई में गिर गया। इस दुर्घटना में टेंपो ट्रैवलर में सवार 16 पर्यटकों में से दो की मौत हो गई है, जबकि अन्य घायल हो गए हैं। पुलिस और आपातकालीन सेवाओं ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को निकाला।
दुर्घटना का विवरण: पर्यटक कैंची धाम से लौट रहे थे
जानकारी के अनुसार, दिल्ली के बदरपुर के निवासी पर्यटक एक दल के रूप में बाबा नीब करौरी के दर्शन करने के लिए कैंची धाम आए थे। शनिवार की रात, यह दल टेंपो ट्रैवलर से वापस दिल्ली लौट रहा था। जैसे ही वाहन मटियाली बैंड पर पहुंचा, अचानक चालक अपना नियंत्रण खो बैठा और टेंपो ट्रैवलर गहरी खाई में गिर गया। इस हादसे के बाद सवारों के बीच चीख-पुकार मच गई, जिससे आसपास के राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
पुलिस और रेस्क्यू टीमों ने शुरू किया राहत कार्य
सूचना मिलने के बाद, ज्योलीकोट चौकी इंचार्ज श्याम सिंह बोरा और उनकी टीम तुरंत मौके पर पहुंची। करीब दो घंटे तक चले रेस्क्यू अभियान के दौरान, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने घायलों को खाई से निकालकर एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया। घायलों में से पांच पर्यटक को दो निजी अस्पतालों में भर्ती किया गया है, जबकि अन्य का उपचार सुशीला तिवारी अस्पताल में जारी है।
हादसे में मारे गए व्यक्तियों की पहचान
इस दुर्घटना में टेंपो ट्रैवलर के चालक की पहचान हरियाणा के रोहतक निवासी सोनू कुमार (32) के रूप में हुई है। वहीं, एक अन्य मृतक की पहचान दिल्ली के बदरपुर निवासी गौरव बंसल के रूप में की गई है। यह हादसा न केवल पर्यटकों के लिए बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी एक बड़े सदमे के रूप में आया है।
पर्यटकों में शामिल थे बच्चे और महिलाएं
टेंपो ट्रैवलर में सवार पर्यटकों में कई बच्चे भी शामिल थे। इनमें विजय अग्रवाल, अजय अग्रवाल, वंश अग्रवाल, अन्नू अग्रवाल, शिल्पी, हेमंत, श्रुति, अंशिका, सोनिया, निकिता और चार बच्चे शामिल थे। रेस्क्यू अभियान में सीओ अमित कुमार, तल्लीताल एसओ मनोज नयाल, कांस्टेबल दीपक जोशी समेत एसडीआरएफ की टीम शामिल रही।
हादसे की जांच का आश्वासन
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर भेजी गई थी। घायलों को रेस्क्यू करके अस्पताल भिजवा दिया गया है। हादसे की असली वजह क्या रही इसकी जांच की जाएगी। कुछ घायलों को डायल 112 एंबुलेंस से लाया गया था, जबकि कुछ घायलों को निजी अस्पताल में भी भेजा गया है। – मंजूनाथ टीसी, एसएसपी
स्थानीय लोगों की चिंताएं और सुरक्षा उपाय
इस दुर्घटना ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के बीच सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से उठाया है। कई लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों ने सरकार से अपील की है कि वह पहाड़ी सड़कों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए।
उत्त्तराखंड की खूबसूरत पहाड़ों में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है ताकि इस प्रकार के हादसे भविष्य में न हों। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वह सड़क सुरक्षा उपायों को लागू करने के साथ-साथ सड़कों की नियमित जांच भी करे।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर से हमें यह याद दिलाया है कि यात्रा के दौरान सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण होती है। सभी यात्रियों को चाहिए कि वे यात्रा करते समय सावधान रहें और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन को सूचित करें। हम सभी को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि यात्रा का अनुभव सुरक्षित और सुखद हो।























