
ESTIC 2025 का आयोजन 3 से 5 नवंबर 2025 तक किया जाएगा। | छवि: Pixabay
भारत का 6G प्रौद्योगिकी में नेतृत्व करने का लक्ष्य
भारत के दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल ने मंगलवार को कहा कि भारत का लक्ष्य 2030 तक वैश्विक 6G पेटेंट का कम से कम 10 प्रतिशत सुरक्षित करना है। यह बयान सरकार की दृष्टि को उजागर करता है, जिसके तहत भारत को अगली पीढ़ी की दूरसंचार प्रौद्योगिकी में एक वैश्विक नेता बनाने की योजना है। मित्तल ने ये बातें इमर्जिंग साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन कॉन्क्लेव (ESTIC) 2025 में कहीं।
5G रोलआउट में भारत की उपलब्धियाँ
मित्तल ने कहा, “भारत ने 5G रोलआउट में अपनी क्षमताओं को साबित किया है। प्रधानमंत्री की दृष्टि के कारण, न केवल 5G रोलआउट हुआ है, बल्कि इसके अन्य विशेषताओं जैसे विश्वसनीयता और कम विलंबता का उपयोग भी किया जा रहा है। पूरे देश में स्थापित 100 5G प्रयोगशालाओं के माध्यम से उपयोग के मामलों को विकसित किया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि यह प्रयास 6G में नेतृत्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सरकार की रणनीतियाँ और सहयोग
मित्तल ने बताया कि सरकार अनुसंधान एवं विकास (R&D) का समर्थन कर रही है, घरेलू निर्माण को प्रोत्साहित कर रही है और अकादमी, उद्योग और सरकार के बीच पुल बनाने का प्रयास कर रही है। “यह एक बहु-आयामी दृष्टिकोण है,” उन्होंने कहा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार अगले पीढ़ी के संचार में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
भारत 6G गठबंधन और उसके लक्ष्य
मित्तल ने कहा, “भारत 6G गठबंधन, जो प्रधानमंत्री की दृष्टि से प्रेरित है, का लक्ष्य 2030 तक 6G पेटेंट का 10 प्रतिशत हासिल करना है।” उन्होंने बताया कि सरकार 100 R&D परियोजनाओं के तहत टेराहर्ट्ज और ऑप्टिकल डोमेन में परीक्षण बिस्तर स्थापित कर रही है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का महत्व
मित्तल ने आगे कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अगली पीढ़ी के संचार नेटवर्क का एक मुख्य चालक होगा, जो स्व-हीलिंग, उच्च दक्षता और लचीलापन सक्षम करेगा। उन्होंने कहा कि “AI वास्तव में एक क्षैतिज प्रौद्योगिकी बनती जा रही है, जो हर चीज को प्रभावित कर रही है। इसलिए संचार को पीछे नहीं रहना चाहिए।”
ESTIC 2025 का महत्व और उद्देश्य
ESTIC 2025 का आयोजन 3 से 5 नवंबर 2025 तक किया जाएगा, जिसमें 3,000 से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे, जिनमें अकादमिक, अनुसंधान संस्थान, उद्योग और सरकार के प्रतिनिधि, नोबेल पुरस्कार विजेता, प्रमुख वैज्ञानिक, नवप्रवर्तक और नीति निर्माता शामिल हैं। इस सम्मेलन में 11 प्रमुख विषय क्षेत्रों पर चर्चा होगी, जैसे कि उन्नत सामग्री और निर्माण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बायो-मैन्युफैक्चरिंग, नीली अर्थव्यवस्था, डिजिटल संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर निर्माण, उभरती कृषि प्रौद्योगिकियाँ, ऊर्जा, पर्यावरण और जलवायु, स्वास्थ्य और चिकित्सा प्रौद्योगिकियाँ, क्वांटम विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियाँ।
नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए सरकार का प्रयास
ESTIC 2025 में प्रमुख वैज्ञानिकों द्वारा व्याख्यान, पैनल चर्चाएँ, प्रस्तुतियाँ और प्रौद्योगिकी प्रदर्शन शामिल होंगे, जो शोधकर्ताओं, उद्योग और युवा नवप्रवर्तकों के बीच सहयोग के लिए एक मंच प्रदान करेंगे। इस सम्मेलन का उद्देश्य भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नई योजनाएँ
पहले दिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 लाख करोड़ रुपये के अनुसंधान विकास और नवाचार (RDI) योजना को लॉन्च किया, जिसे 2024-25 के अंतरिम बजट में घोषित किया गया था। यह कोष दीर्घकालिक वित्तपोषण या पुनर्वित्त प्रदान करेगा, जिसमें लंबे समय तक और कम या शून्य ब्याज दरें होंगी।
निजी क्षेत्र को प्रोत्साहन
यह कोष निजी क्षेत्र को उभरती हुई तकनीकों में अनुसंधान और नवाचार को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।























