Australia ने बच्चों के लिए बैन किए गए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में Reddit और Kick जोड़े

kapil6294
Nov 06, 2025, 5:15 AM IST

सारांश

ऑस्ट्रेलिया ने सोशल मीडिया पर बच्चों के लिए नए नियम लागू किए ऑस्ट्रेलिया ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की सूची में संदेश बोर्ड Reddit और लाइवस्ट्रीमिंग सेवा Kick को शामिल किया है, जिसके तहत 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को इन प्लेटफार्मों पर खाता बनाने से प्रतिबंधित किया जाएगा। यह फैसला 10 दिसंबर […]

ऑस्ट्रेलिया ने सोशल मीडिया पर बच्चों के लिए नए नियम लागू किए

ऑस्ट्रेलिया ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की सूची में संदेश बोर्ड Reddit और लाइवस्ट्रीमिंग सेवा Kick को शामिल किया है, जिसके तहत 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को इन प्लेटफार्मों पर खाता बनाने से प्रतिबंधित किया जाएगा। यह फैसला 10 दिसंबर से लागू होगा और इससे पहले Facebook, Instagram, Snapchat, Threads, TikTok, X और YouTube जैसे प्लेटफार्मों को भी इस कानूनी दायित्व का सामना करना पड़ेगा। यह जानकारी ऑस्ट्रेलिया की संचार मंत्री अनिका वेल्स ने बुधवार को दी।

वेल्स ने कहा, “हमने पिछले महीने कई सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के साथ बैठक की ताकि उन्हें यह समझ में आए कि इस कानून को लागू करने में विफल रहने के लिए कोई बहाना नहीं है।” उन्होंने यह भी बताया कि ऑनलाइन प्लेटफार्मों का बच्चों के प्रति नियंत्रण स्थापित करने में तकनीक का उपयोग होता है, और वे उसी तकनीक का उपयोग करके बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षित रखने का कार्य कर सकते हैं।

बच्चों के खाता बनाने पर पाबंदी और जुर्माना

जो प्लेटफार्म 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को बाहर रखने के लिए उचित कदम नहीं उठाएंगे, उन्हें 50 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग 33 मिलियन अमेरिकी डॉलर) तक के जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब सोशल मीडिया के बच्चों पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर दुनियाभर में चिंता बढ़ रही है।

ऑस्ट्रेलिया के ई-सुरक्षा आयुक्त जुली इनमैन ग्रांट ने कहा कि जिन प्लेटफार्मों पर आयु-प्रतिबंध लागू होगा, वे ऑनलाइन सामाजिक इंटरैक्शन को सक्षम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि यह सूची नई तकनीकों के साथ विकसित होती रहेगी।

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बच्चों पर प्रतिबंध के प्रभावों का अध्ययन

इनमैन ग्रांट ने यह भी बताया कि वह अकादमिकों के साथ मिलकर इस प्रतिबंध के प्रभावों का मूल्यांकन करेंगी, जिसमें यह देखा जाएगा कि क्या बच्चे अधिक सोते हैं, अधिक बातचीत करते हैं या शारीरिक गतिविधियों में बढ़ोतरी करते हैं। उन्होंने कहा, “हम अनपेक्षित परिणामों की भी जांच करेंगे और सबूत इकट्ठा करेंगे ताकि अन्य देश ऑस्ट्रेलिया की सफलताओं से सीख सकें।”

ऑस्ट्रेलिया का यह कदम उन देशों के लिए ध्यान का विषय बना हुआ है, जो बच्चों पर सोशल मीडिया के प्रभावों को लेकर चिंतित हैं। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने न्यूयॉर्क में एक संयुक्त राष्ट्र फोरम में कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया के इस “सामान्य ज्ञान” के कदम से प्रेरित हैं।

बच्चों पर सोशल मीडिया प्रतिबंध की आलोचना

हालांकि, इस कानून की आलोचना करने वाले कुछ लोग चिंतित हैं कि युवा बच्चों को सोशल मीडिया से प्रतिबंधित करने से सभी उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता पर असर पड़ेगा, क्योंकि सभी को यह साबित करना होगा कि वे 16 वर्ष से बड़े हैं। वेल्स ने हाल ही में कहा कि सरकार उपयोगकर्ताओं के डेटा को यथासंभव गोपनीय रखने का प्रयास कर रही है।

इस मुद्दे पर 140 से अधिक ऑस्ट्रेलियाई और अंतरराष्ट्रीय विद्वानों ने पिछले वर्ष प्रधानमंत्री एंथनी अल्बेनीज को एक खुला पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने सोशल मीडिया पर आयु सीमा को “खतरनाक” बताया था। उनका मानना था कि यह एक बहुत ही सरल उपाय है, जो समस्याओं का प्रभावी समाधान नहीं कर सकता।

निष्कर्ष

ऑस्ट्रेलिया का यह नया कदम न केवल देश के भीतर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां एक ओर यह बच्चों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, वहीं दूसरी ओर इससे जुड़े सामाजिक और गोपनीयता से जुड़े मुद्दों पर विचार करने की आवश्यकता है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि अन्य देश इस कानून को कैसे अपनाते हैं और इसके चलते क्या परिणाम सामने आते हैं।


कपिल शर्मा 'जागरण न्यू मीडिया' (Jagran New Media) और अमर उजाला में बतौर पत्रकार के पद पर कार्यरत कर चुके है अब ये खबर २४ लाइव के साथ पारी शुरू करने से पहले रिपब्लिक भारत... Read More

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