Amazon और Perplexity AI के बीच विवाद की शुरुआत
नई दिल्ली: ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी Amazon और स्टार्टअप Perplexity AI के बीच एक गंभीर विवाद उत्पन्न हो गया है। Amazon ने Perplexity पर आरोप लगाया है कि वह उसके नियमों का उल्लंघन कर रहा है, क्योंकि यह स्टार्टअप अपने AI ब्राउज़र Comet के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को Amazon पर उत्पाद खरीदने की अनुमति दे रहा है। यह स्थिति न केवल तकनीकी क्षेत्र में बल्कि ऑनलाइन शॉपिंग के भविष्य को भी प्रभावित कर सकती है।
Cease-and-Desist पत्र और Amazon के आरोप
Amazon ने 31 अक्टूबर को Perplexity को एक cease-and-desist पत्र भेजा है। इस पत्र में कहा गया है कि Perplexity के AI एजेंट Amazon के प्लेटफॉर्म और उपयोगकर्ता खातों तक बिना अनुमति पहुँच बना रहे हैं। Amazon ने इसे “कंप्यूटर धोखाधड़ी” का मामला बताया और कहा कि स्टार्टअप का सिस्टम उसके वेबसाइट पर उपयोगकर्ताओं की ओर से कार्य करने के लिए अधिकृत नहीं है।
Amazon का कहना है कि, “Perplexity को Amazon के स्टोर, उपयोगकर्ता खातों या खाता विवरणों तक पहुँचने की अनुमति नहीं है, जो इसके छिपे हुए या अस्पष्ट Comet AI एजेंटों का उपयोग कर रहा है।” इस विवाद ने दोनों कंपनियों के बीच एक स्पष्ट रेखा खींच दी है, जिसमें Amazon अपनी सुरक्षा और नियमों की रक्षा करने का प्रयास कर रहा है।
Perplexity AI का जवाब और आरोप
Perplexity ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि Amazon “बुली” की तरह व्यवहार कर रहा है और नवाचार को रोकने की कोशिश कर रहा है। एक ब्लॉग पोस्ट में, Perplexity ने कहा कि कई उपयोगकर्ता Comet सहायक से सीधे Amazon से सामान खोजने और खरीदने का आनंद लेते हैं, जिसे उन्होंने एक सरल और तेज़ खरीदारी अनुभव के रूप में वर्णित किया है।
Perplexity ने आगे कहा, “Amazon को इसे पसंद करना चाहिए। आसान खरीदारी का मतलब है अधिक लेनदेन और खुश ग्राहक। लेकिन Amazon को इसकी परवाह नहीं है।” कंपनी ने यह भी आरोप लगाया कि Amazon विज्ञापनों और प्रायोजित परिणामों को दिखाने में अधिक रुचि रखता है, बजाय इसके कि उपयोगकर्ता अनुभव में सुधार किया जाए।
Amazon की प्रतिक्रिया और तीसरे पक्ष के टूल्स के लिए नीति
दूसरी ओर, Amazon ने स्पष्ट किया है कि सभी तीसरे पक्ष के AI शॉपिंग टूल्स को पारदर्शिता के साथ कार्य करना चाहिए और उसकी नीतियों का सम्मान करना चाहिए। Amazon ने Perplexity पर आरोप लगाया है कि वह पहचान से बचने और खरीदारी के अनुभव को degrade करने का प्रयास कर रहा है, जिसमें सीमित उत्पादों को दिखाना, व्यक्तिगत अनुशंसाओं का अभाव और तेज़ डिलीवरी को प्राथमिकता न देना शामिल है।
विवाद का प्रभाव और ऑनलाइन शॉपिंग का भविष्य
यह विवाद तब उभरा है जब Amazon अपनी वेबसाइट तक पहुँच को लेकर नियंत्रण कड़ा कर रहा है। हाल के महीनों में, Amazon ने OpenAI, Google और Meta के AI क्रॉलर को ब्लॉक कर दिया है, यह कहते हुए कि अनधिकृत स्क्रैपिंग और स्वचालन उपयोगकर्ताओं और विक्रेताओं दोनों को नुकसान पहुँचा सकता है।
Perplexity का कहना है कि वह केवल उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन खरीदारी के लिए अपने पसंदीदा AI एजेंट का चयन करने की अनुमति देना चाहता है, जबकि Amazon का कहना है कि उसे अपनी प्लेटफॉर्म की सुरक्षा करनी है। यह लड़ाई बड़े ई-कॉमर्स साइटों और उभरते AI टूल्स के बीच बढ़ती दरार को उजागर करती है, जो खरीदारी अनुभव को स्वचालित करने की इच्छा रखते हैं।
समापन विचार
इस विवाद ने एक महत्वपूर्ण चर्चा को जन्म दिया है कि कैसे ई-कॉमर्स और तकनीकी नवाचार एक साथ काम कर सकते हैं। क्या Amazon अपने नियमों के तहत अपनी सुरक्षा को बनाए रख पाएगा, या Perplexity जैसे स्टार्टअप्स उपभोक्ताओं के लिए बेहतर अनुभव बनाने में सफल होंगे? यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में इस विवाद का क्या समाधान निकलता है और इसका प्रभाव ऑनलाइन खरीदारी पर कैसे पड़ेगा।






















