स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। राजेश त्रिपाठी, जागरण संवाददाता। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर का क्रिकेट का सफर मोगा के गुरु नानक कॉलेज के मैदान से शुरू हुआ। यहां पर हरमन कुछ लड़कों के साथ क्रिकेट खेल रही थीं, तभी मोगा के नजदीकी तलवंडी में ज्ञान ज्योति स्कूल के संचालक कमलदीप सिंह सोढ़ी की नजर उन पर पड़ी।
हरमनप्रीत कौर के बचपन के कोच का बयान
कमलदीप ने जल्दी ही समझ लिया कि हरमन में क्रिकेट का एक खास हुनर है। उन्होंने अपने बेटे यादवेंद्र सिंह से बात की, जो स्कूल की क्रिकेट टीम के कोच थे, और हरमन को स्कूल में शामिल करने का निर्णय लिया। उस समय हरमन सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रही थीं और उनके पिता ने निजी स्कूल की फीस का खर्च उठाने में असमर्थता जताई।
कमलदीप ने हरमन के पिता को भरोसा दिलाया कि उनकी पढ़ाई का कोई भी खर्च नहीं लिया जाएगा। जब हरमन ज्ञान ज्योति स्कूल में आईं, तो वे एक मध्यम तेज गति की गेंदबाज थीं। यहाँ से उनके क्रिकेट करियर की शुरुआत हुई, जिसने उन्हें आज विश्व चैंपियन बना दिया।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम का पहला वनडे विश्व कप जीतना
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 2 नवंबर 2025 को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर अपना पहला महिला वनडे विश्व कप (ICC Women’s ODI World Cup 2025) जीता। इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारतीय महिला क्रिकेट ने एक नया अध्याय लिखा है और अब टीम विश्व क्रिकेट में शीर्ष पर पहुँच गई है।
जिन्हें 1983 में कपिल देव द्वारा पहली बार विश्व कप ट्रॉफी उठाते हुए देखने का अवसर नहीं मिला, उन्होंने हरमन के माध्यम से अपनी मुराद पूरी की। भारत ने 1978 में पहली बार महिला विश्व कप में हिस्सा लिया था। 2005 और 2017 में मिताली राज की कप्तानी में टीम फाइनल तक पहुंची, लेकिन दोनों बार ट्रॉफी जीतने से चूक गई। अंततः हरमनप्रीत की कप्तानी में भारतीय महिला टीम ने ICC टूर्नामेंट में विश्व विजेता बनने का गौरव हासिल किया। यह महिला टीम की पहली ICC ट्रॉफी है।
हरमनप्रीत कौर का क्रिकेट करियर और योगदान
हरमनप्रीत कौर ने अपने क्रिकेट करियर में कई महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किए हैं। उन्होंने न केवल अपनी बल्लेबाजी के लिए बल्कि अपनी कप्तानी के लिए भी जाना जाता है। उनकी नेतृत्व क्षमता ने भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। हरमन ने अपने खेल में एक अद्वितीय शैली और तकनीक विकसित की है, जो उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग बनाती है।
उनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें केवल एक बेहतरीन खिलाड़ी नहीं बल्कि एक प्रेरणास्त्रोत भी बना दिया है। हरमन ने हमेशा युवाओं को प्रेरित किया है कि वे अपने सपनों का पीछा करें और कभी हार न मानें। उनके खेल में जोश और जुनून देखने योग्य है, जो उन्हें मैदान पर एक अद्वितीय पहचान देता है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की भविष्य की संभावनाएं
हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने जो सफलता हासिल की है, उससे आगामी ICC टूर्नामेंट्स में टीम की संभावनाएं और भी उज्ज्वल हो गई हैं। भारतीय महिला क्रिकेट में अब एक नई उम्मीद और आत्मविश्वास का संचार हुआ है। टीम के युवा खिलाड़ी अब हरमन से प्रेरणा लेते हुए अपने खेल को और बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत हैं।
भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य उज्जवल है और यह टीम आने वाले समय में नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिए तैयार है। हरमन की अगुवाई में, टीम ने जो सामर्थ्य और दृढ़ता दिखाई है, वह न केवल क्रिकेट प्रेमियों के लिए बल्कि देश के लिए गर्व का विषय है।























