स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। युवा बाएं हाथ के बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को क्रिकेट जगत में एक नई पहचान मिली है। कई पूर्व क्रिकेटर्स और विशेषज्ञ उनके खेल को सराहते हैं और उन्हें भारत के क्रिकेट भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी मानते हैं। यही वजह है कि जब यशस्वी को वनडे और टी20 टीम में स्थान नहीं मिलता है, तो टीम प्रबंधन के फैसले पर सवाल उठने लगते हैं। यशस्वी का क्रिकेट कौशल इतना उत्कृष्ट है कि वह तीनों फॉर्मेट में खेल सकते हैं, लेकिन फिलहाल वह केवल टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम का हिस्सा हैं। वर्तमान में, वे तीनों प्रारूपों में जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और रणजी ट्रॉफी में उनकी हालिया प्रदर्शन ने एक बार फिर से ध्यान आकर्षित किया है।
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मैच में यशस्वी जायसवाल ने मुंबई के लिए खेलते हुए राजस्थान के खिलाफ एक शानदार शतक बनाया। यह उनके लिए एक विशेष क्षण था क्योंकि यह मैदान उनके लिए घर जैसा है, जहां वह आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हैं। इस मैच की पहली पारी में यशस्वी ने 67 रन बनाए थे, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी का जौहर दिखाते हुए शतक लगाया। उन्होंने 174 गेंदों में 18 चौके और एक छक्का लगाते हुए 100 रन का आंकड़ा पार किया। यशस्वी का यह प्रदर्शन उनके लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाला रहा है।
मैच का परिणाम और यशस्वी की उपलब्धियाँ
हालांकि, मैच में मुंबई को जीत नहीं मिली और यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ। मुंबई ने अपनी पहली पारी में 254 रन बनाए, जबकि राजस्थान ने अपनी पहली पारी में 617 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। उन्होंने छह विकेट पर अपनी पारी समाप्त की। मैच के अंतिम दिन, मुंबई ने अपनी दूसरी पारी में तीन विकेट खोकर 269 रन बनाए। यशस्वी के अलावा, मुशीर खान ने भी 63 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली।
यशस्वी ने इस मैच के दौरान एक महत्वपूर्ण उपलब्धि भी हासिल की। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अपने 1000 रन पूरे कर लिए हैं। यह उपलब्धि उन्होंने 10 मैचों में 57 रन की औसत से हासिल की, जो उनकी प्रतिभा का स्पष्ट प्रमाण है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि यशस्वी ने घरेलू क्रिकेट में अपनी क्षमता को साबित किया है और अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह बनाने के लिए तैयार हैं।
साउथ अफ्रीका सीरीज की तैयारी
यशस्वी हाल ही में ऑस्ट्रेलिया से लौटे हैं, जहाँ वह भारतीय वनडे टीम का हिस्सा थे। हालांकि, उन्हें इस सीरीज में खेलने का मौका नहीं मिला था। भारत लौटने के बाद, यशस्वी ने रणजी ट्रॉफी में खेलने का निर्णय लिया, ताकि वह साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस महीने शुरू होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए अपनी तैयारी मजबूत कर सकें। यशस्वी का ध्यान अब आगामी टेस्ट सीरीज पर है, और उनके प्रदर्शन को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि वे टीम में स्थान पाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
यशस्वी का क्रिकेट करियर और भविष्य की संभावनाएँ
यशस्वी जायसवाल का क्रिकेट करियर तेजी से ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है। उनके खेल में न केवल तकनीकी कौशल है, बल्कि मानसिक दृढ़ता भी है, जो एक सफल क्रिकेटर बनने के लिए आवश्यक होती है। उनका शतक और रणजी ट्रॉफी में 1000 रन बनाना उन सभी आलोचकों के मुंह पर ताला लगाने के लिए काफी है, जो उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं देख पा रहे थे।
यशस्वी का यह प्रदर्शन न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए भी सकारात्मक संकेत है। यदि वह अपनी इस फॉर्म को बनाए रखते हैं, तो निश्चित रूप से उन्हें जल्द ही भारतीय वनडे और टी20 टीम में जगह मिलेगी। क्रिकेट प्रेमियों को अब उनकी आगामी प्रदर्शन की प्रतीक्षा है, खासकर साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज में।






















