भारती एयरटेल का वित्तीय प्रदर्शन: मजबूत वृद्धि के संकेत
भारतीय टेलीकॉम बाजार में प्रमुख खिलाड़ी, भारती एयरटेल लिमिटेड, ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की है। इस दौरान कंपनी ने ₹6,791.7 करोड़ का कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में ₹3,593.2 करोड़ से लगभग 89% की बढ़ोतरी है। यह वृद्धि न केवल कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत करती है, बल्कि टेलीकॉम क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को भी दर्शाती है।
कंपनी ने जुलाई-सितंबर तिमाही में संचालन से ₹52,145 करोड़ का रेवेन्यू अर्जित किया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में ₹41,473 करोड़ से 25.73% अधिक है। यह वृद्धि टेलीकॉम सेवाओं की बढ़ती मांग और कंपनी की बेहतर मार्केटिंग रणनीतियों का परिणाम है। रेवेन्यू शब्द का अर्थ है, कंपनी द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री से प्राप्त कुल राशि।
नए कस्टमर्स की वृद्धि और मार्केट पोजीशन
कंपनी ने इस तिमाही में 9.5 लाख नए कस्टमर्स जोड़े हैं, जिससे कुल पोस्टपेड यूजर्स की संख्या 2.75 करोड़ हो गई है। एयरटेल ने यह जानकारी अपने फाइलिंग में साझा की है, जिसमें यह भी कहा गया है कि पोस्टपेड सेगमेंट में उनकी स्थिति मजबूत हुई है। इसके अलावा, पिछले 12 महीनों में स्मार्टफोन डेटा यूजर्स की संख्या 2.22 करोड़ बढ़ी है, जो सालाना 8.4% की वृद्धि को दर्शाती है।
क्वार्टर के अंत में, भारत में एयरटेल के पास 45 करोड़ और अफ्रीका में 17.4 करोड़ ग्राहक थे, जिससे कुल मिलाकर 15 देशों में कंपनी के ग्राहक संख्या लगभग 62.4 करोड़ हो गई। इसके साथ ही, एयरटेल ने अपने कंसोलिडेटेड EBITDA को 29,919 करोड़ रुपए के रूप में रिपोर्ट किया, जिसमें EBITDA मार्जिन 57.4% रहा।
एआरपीयू में वृद्धि और ग्राहक संतोष
इस तिमाही में एयरटेल का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) 10% बढ़कर 256 रुपए पर पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 233 रुपए था। ARPU का मतलब है कि हर ग्राहक से कंपनी को औसतन कितनी कमाई हो रही है। यह जानकारी एयरटेल को अपने ग्राहकों की संतोषजनक सेवा देने और भविष्य की योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण है।
कंपनी के लिए यह जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे पता चलता है कि ग्राहक कितना लाभ दे रहे हैं और उन्हें और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। ARPU की गणना कुल रेवेन्यू को एक्टिव यूजर्स से भाग देकर की जाती है।
एयरटेल का शेयर प्रदर्शन और मार्केट वैल्यू
दूसरी तिमाही के नतीजों के पहले, 3 नवंबर को एयरटेल का शेयर 1.10% बढ़कर 2,077 रुपए पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में इस शेयर ने 9.51%, पिछले 6 महीनों में 11.31%, और एक साल में 30.53% की वृद्धि दर्ज की है। वर्तमान में, एयरटेल की मार्केट वैल्यू 12.43 लाख करोड़ रुपए है, जो इसे देश की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी बनाती है।
इसके अलावा, एयरटेल के शेयर ने बीते एक महीने में 10% का रिटर्न दिया है। 3 अक्टूबर को इसकी कीमत 1896 रुपए थी, जो बढ़कर 3 नवंबर को 2077 रुपए पर पहुंच गई। यह वृद्धि निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है और कंपनी की भविष्य की संभावनाओं को दर्शाती है।
भारती एयरटेल का इतिहास और विकास
भारतीय टेलीकॉम क्षेत्र में एयरटेल का सफर 1995 में शुरू हुआ, जब भारत सरकार ने पहली बार मोबाइल सेवा के लिए लाइसेंस बांटने की प्रक्रिया शुरू की। कंपनी के संस्थापक सुनील मित्तल ने इस अवसर का लाभ उठाया और फ्रेंच कंपनी विवेंडी के साथ मिलकर दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों के लाइसेंस हासिल किए।
इस प्रकार, भारती एयरटेल ने सेल्युलर सर्विस ऑफर करने के लिए भारती सेल्युलर लिमिटेड की स्थापना की और एयरटेल ब्रांड के तहत अपनी सेवाएं प्रदान करना शुरू किया। आज, एयरटेल न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक प्रमुख टेलीकॉम सेवा प्रदाता के रूप में स्थापित हो चुका है।
कंपनी की यह सफलता न केवल उसके व्यवसाय मॉडल की मजबूती का प्रतीक है, बल्कि यह भारतीय टेलीकॉम क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा और नवाचार को भी बढ़ावा देती है।























