श्री कृष्णा की कृपा पाने के उपाय | Image: Freepik/Meta AI
हिंदू पंचांग में कार्तिक माह के बाद मार्गशीर्ष या अगहन महीना आता है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय महीना माना जाता है। इस महीने में पूजा-पाठ, दान और उपवास का विशेष महत्व है। यदि आप इस अवधि में कुछ खास नियमों का पालन करते हैं, तो इससे आपके जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और भगवान श्रीकृष्ण की कृपा बनी रहती है।
मार्गशीर्ष माह 2025 कब से कब तक है?
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष महीना 6 नवंबर 2025 से शुरू होकर 4 दिसंबर 2025 तक रहेगा। इस पूरे महीने में पूजा, जप, दान और व्रत करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं।
मार्गशीर्ष माह का धार्मिक महत्व
भगवान श्रीकृष्ण ने भगवद गीता में स्वयं कहा है –
“मासानां मार्गशीर्षोऽहम्”
अर्थात्, “महीनों में मैं मार्गशीर्ष हूं।”
इससे स्पष्ट है कि यह महीना श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय है। इस महीने में की गई भक्ति और पूजा का फल कई गुना बढ़कर मिलता है।

इस महीने जरूर करें ये शुभ काम
इस महीने ब्रह्म मुहूर्त में उठकर गंगा जल या तिल मिले जल से स्नान करें। इसके बाद भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा अवश्य करें।
श्रीमद्भगवद गीता का पाठ करें
मार्गशीर्ष माह में श्रीमद्भगवद गीता पढ़ने या सुनने से मन को शांति मिलती है और जीवन में सकारात्मकता बढ़ती है।
दान करें और जरूरतमंदों की मदद करें
इस महीने अन्न, कपड़े, तिल, गुड़ और घी का दान बहुत शुभ माना गया है। ऐसा करने से पापों का नाश होता है और भगवान की कृपा प्राप्त होती है।
व्रत रखें और सात्विक भोजन करें
जो भी व्यक्ति इस माह में सोमवार या गुरुवार को व्रत रखता है, उसे विशेष पुण्य मिलता है। भोजन में प्याज-लहसुन से परहेज करें और सात्विक भोजन करें।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जप करें
इस मंत्र के जाप से मन शांत रहता है और घर में सुख-समृद्धि आती है। प्रतिदिन 108 बार जप करने की सलाह दी जाती है।

इस महीने क्या नहीं करना चाहिए?
- झूठ बोलना, दूसरों की निंदा करना या क्रोध करना।
- मांस-मदिरा और तामसिक भोजन का सेवन।
- गरीबों का अपमान या दान से इनकार।
मार्गशीर्ष माह के लाभ
- घर में शांति और समृद्धि आती है।
- भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की कृपा बनी रहती है।
- सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- परिवार में प्रेम और एकता बढ़ती है।
मार्गशीर्ष महीना भक्ति, शांति और पुण्य कमाने का सर्वोत्तम समय है। इस महीने अगर श्रद्धा से भगवान श्रीकृष्ण की उपासना की जाए, तो जीवन की सभी परेशानियां दूर होकर सौभाग्य का मार्ग खुल जाता है।






















