कोटपूतली में राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
राजस्थान के कोटपूतली स्थित राजकीय एलबीएस पीजी कॉलेज में एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाइयों द्वारा भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) नई दिल्ली और संबंधित आयुक्तालय के निर्देशों के अनुसार किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार के लिए प्रेरित करना था।
साइबर अपराधों पर विशेष चर्चा
कार्यक्रम के दौरान, पुलिस अधीक्षक बिश्नोई ने विद्यार्थियों को साइबर अपराधों के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे सोशल मीडिया की लत से दूर रहें, क्योंकि यह हमारी अज्ञानता और लालची प्रवृत्ति के कारण हमें साइबर अपराधों का शिकार बना सकता है। एसपी ने बताया कि आज के डिजिटल युग में हमारी निजता और डाटा की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने विद्यार्थियों को समझाया कि सोशल मीडिया पर अपनी सभी जानकारी साझा करने से डिजिटल फुटप्रिंट बढ़ता है, जो भविष्य में खतरनाक साबित हो सकता है। एसपी बिश्नोई ने फिशिंग, क्रिप्टो जैकिंग, डिजिटल अरेस्ट, ऑनलाइन बैंकिंग ठगी, और साइबर ट्रेडिंग जैसे विभिन्न साइबर अपराधों के बारे में भी जानकारी साझा की।
सुरक्षा के उपायों पर जोर
एसपी ने विद्यार्थियों को अनजान कॉल, मैसेज और लिंक से न जुड़ने की हिदायत दी। उन्होंने बताया कि अगर किसी को साइबर अपराध का शिकार होना पड़ता है, तो वह cybercrime.gov.in पर मेल कर सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने छात्रों से अपने आसपास के लोगों को भी इस विषय में जागरूक करने का आह्वान किया।
प्राचार्य और अन्य अधिकारियों की सलाह
कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य प्रो. राजेंद्र कुमार सिंह ने विद्यार्थियों को मोबाइल और इंटरनेट पर कम समय बिताने तथा अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सही जानकारी और जागरूकता से ही हम साइबर अपराधों से बच सकते हैं।
राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला समन्वयक प्रो. अशोक सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की जानकारी प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी प्रो. संदीप कुमार आर्य ने किया, जबकि प्रो. शुभलता यादव ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर एनसीसी प्रभारी प्रो. बाबूलाल मीणा, प्रो. नीरू, प्रो. मालीराम मीणा, प्रो. हरिराम धनेटिया, प्रो. चंदन सिंघल, प्रो. शीशराम मीणा, प्रो. बरखा, प्रो. माधुरी गंगावत, प्रो. कृष्ण पोसवाल सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक, एनसीसी कैडेट्स और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
उपसंहार
इस कार्यक्रम ने विद्यार्थियों के बीच साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से युवा पीढ़ी को सही जानकारी मिलेगी, जिससे वे सुरक्षित डिजिटल वातावरण में कार्य कर सकें। इस तरह की जागरूकता भविष्य में साइबर अपराधों को कम करने में सहायक सिद्ध होगी।























