राजस्थान में बारिश के बीच बड़ा सड़क हादसा
बारिश के चलते सोमवार सुबह धरियावद-बांसी रोड पर एक गंभीर सड़क हादसा हुआ। इस घटना में एक बोलेरो वाहन वागलिया पुल से नीचे गिर गया। बताया जा रहा है कि यह बोलेरो सागवाड़ा से भिंडर की ओर जा रही थी, जब अचानक यह बेकाबू हो गई और पुल से नीचे गिर गई। इस हादसे में बोलेरो में सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
घायलों की पहचान और उपचार
हादसे में घायल युवकों की पहचान सागवाड़ा निवासी भेरिया (32) और जयंती (33) के रूप में हुई है। दोनों युवक पारिवारिक काम से भिंडर जा रहे थे। हादसा धरियावद से लगभग 12 किलोमीटर आगे वागलिया पुल पर हुआ, जहाँ बोलेरो अचानक बेकाबू होकर नीचे गिर गई।
हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर दोनों घायलों को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। वहाँ से उन्हें सागवाड़ा रेफर कर दिया गया। इस मामले में जांच अधिकारी नेमीचंद ने बताया कि कंट्रोल रूम से सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुँचाने में मदद की।
वागलिया पुल पर सुरक्षा की कमी
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि वागलिया पुल पर दुर्घटनाएं आम बात हो गई हैं। पिछले एक महीने में यहाँ पांच से अधिक वाहन गिर चुके हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि पुल के दोनों ओर बैरिकेड्स नहीं हैं। इसके कारण जरा सी चूक में वाहन फिसल जाते हैं। सोमवार को भी बारिश के चलते फिसलन भरी सड़क के कारण बोलेरो सीधे नीचे गिर गई।
स्थानीय निवासी इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से इस मुद्दे पर ध्यान देने की अपील कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि पुल के दोनों ओर बैरिकेड्स लगाए जाएं, तो इस प्रकार के हादसों में कमी आ सकती है।
राज्य सरकार की जिम्मेदारी
इस हादसे ने फिर से एक बार सड़क सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न उठाया है। राज्य सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। बारिश के मौसम में सड़कें और भी खतरनाक हो जाती हैं, ऐसे में उचित सुरक्षा उपायों का होना अनिवार्य है।
स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे इस पुल की स्थिति की जांच करें और यथाशीघ्र आवश्यक सुधार कार्य करें। सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाने चाहिए, ताकि लोग सड़क पर सुरक्षित तरीके से यात्रा कर सकें।
हादसे के बाद से स्थानीय लोगों में चिंता का माहौल है और वे चाहते हैं कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले। वागलिया पुल पर सुरक्षा के ठोस उपायों के बिना यहां और भी हादसे होने की संभावना है।
इस प्रकार की घटनाएं हमें यह याद दिलाती हैं कि सड़क सुरक्षा केवल जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक आवश्यकता है। सभी को मिलकर इसे सुनिश्चित करने की दिशा में काम करना होगा।























