**जम्मू।** भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच, गुरुवार रात को एक आतंकवादी समूह ने सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की। सतर्क बीएसएफ जवानों ने जैश-ए-मोहम्मद के 10 से 12 आतंकवादियों को मार गिराया। अधिकारियों ने मारे गए आतंकवादियों की सही संख्या की पुष्टि नहीं की है। सूत्रों का कहना है कि यह केवल एक घुसपैठ की कोशिश नहीं थी, बल्कि पाकिस्तान सेना के बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) का एक नापाक प्रयास हो सकता है। दूसरी ओर, बीएसएफ ने सीमा से सटे क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है।
**मुख्य बातें:**
– सांबा में घुसपैठ का प्रयास विफल, जैश के आतंकवादियों का सफाया।
– पाकिस्तान ने ड्रोन हमलों के बीच नापाक हरकत की।
– सीमा पर हलचल के पीछे पाकिस्तान की भूमिका, खोजबीन शुरू।
रात आठ बजे, पाकिस्तानी सेना ने सांबा सेक्टर में भारतीय क्षेत्रों पर गोलाबारी शुरू की। इसके साथ ही, पाकिस्तान से ड्रोन हमले भी शुरू हुए। सूत्रों के अनुसार, आतंकी जो स्वचालित हथियारों से लैस थे, बीएसएफ के जवानों के सामने भारतीय क्षेत्र की ओर बढ़ते हुए देखे गए। बीएसएफ ने पाकिस्तानी गोलाबारी पर नजर रखते हुए आतंकवादियों की हर गतिविधि पर ध्यान दिया।
लगभग 11:30 बजे, आतंकवादियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश की। जवानों ने फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों को फंसते देख, पाकिस्तानी सेना ने गोलाबारी बढ़ा दी। सीमा सुरक्षा बल ने करारा जवाब देते हुए मुठभेड़ में भी शामिल हो गए। दोनों पक्षों से लगभग 40 मिनट तक फायरिंग होती रही। सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी मारे गए या भाग गए, कुछ को पाकिस्तानी क्षेत्र में गिरते हुए देखा गया। उनकी संख्या 10 से 12 के बीच है। बता दें कि सांबा क्षेत्र पहले से ही घुसपैठ के मामले में बहुत संवेदनशील है, जहां पहले भी कई टनल बरामद की जा चुकी हैं।