MP News: BREAKING जबलपुर में दुर्गा विसर्जन के दौरान ट्रक से टकराने से करंट लगने से दो की मौत, 10 से ज्यादा झुलसे; मची भगदड़



मध्य प्रदेश में दुर्गा विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के भीटा गांव में रविवार की रात एक भयानक हादसा हुआ, जिसमें दो लोगों की जान…

MP News: BREAKING जबलपुर में दुर्गा विसर्जन के दौरान ट्रक से टकराने से करंट लगने से दो की मौत, 10 से ज्यादा झुलसे; मची भगदड़

मध्य प्रदेश में दुर्गा विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा

मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के भीटा गांव में रविवार की रात एक भयानक हादसा हुआ, जिसमें दो लोगों की जान चली गई और 10 से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए। यह घटना उस समय हुई जब गांव के लोगों का एक बड़ा समूह मां दुर्गा की प्रतिमा को नर्मदा नदी में विसर्जित करने के लिए ट्रक में सवार होकर जा रहा था।

हादसे का विवरण

घटना का समय रात करीब 9 बजे था, जब ट्रक भीटा गांव के पास पहुंचा। इस दौरान ट्रक ऊपर झूल रही **11 केवी लाइन** की चपेट में आ गया। जैसे ही ट्रक ने तार को छुआ, उसमें सवार चिंटू विश्वकर्मा (24) और अखिलेश पटेल (27) झुलस गए। इस हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। स्थानीय लोगों ने तुरंत झुलसे हुए लोगों को जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

घायलों का हाल

घटना में झुलसे अन्य 10 से अधिक लोगों की हालत भी गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। हादसे के बाद स्थानीय विधायक **अशोक रोहाणी** और गोरा बाजार थाना पुलिस मौके पर पहुंचे और घटना की जांच शुरू की।

विधायक का बयान

विधायक अशोक रोहाणी ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल लिया और उन्हें उचित उपचार का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “यह घटना बेहद दुखद है। तीन लोग गंभीर रूप से झुलसे हैं, जिन्हें निजी अस्पताल में भेजा गया है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी घायलों को समय पर इलाज मिले।” विधायक ने कहा कि पुलिस घटना की जांच कर रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह हादसा कैसे हुआ।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

भीटा निवासी विकास कुमार ने कहा, “मैंने अपनी आंखों के सामने इस भयानक दृश्य को देखा। दो ट्रक एक के पीछे एक जा रहे थे और जैसे ही प्रतिमा पास आई, ऊपर झूलते हुए तार में करंट आ गया।” स्थानीय लोगों का मानना है कि इस घटना के लिए प्रशासन जिम्मेदार है। उनके अनुसार, भीटा के स्थानीय पार्षद और बिजली विभाग के अधिकारियों ने इस क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर कोई कदम नहीं उठाए।

प्रशासन की लापरवाही

स्थानीय लोगों का आरोप है कि नवरात्रि के पहले ही उन्होंने पार्षद को चेतावनी दी थी, लेकिन उसकी अनदेखी की गई। इससे यह बड़ा हादसा घटित हुआ। कई लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

हादसे के बाद की स्थिति

इस हादसे ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। लोग अभी भी इस घटना के सदमे में हैं और घायलों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। प्रशासन ने भी स्थिति को गंभीरता से लिया है और स्थिति पर नजर बनाए रखी है। आगे की जांच में यह पता लगाया जाएगा कि इस घटना के पीछे असली कारण क्या थे और क्या ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता था।

निष्कर्ष

यह हादसा हमें यह याद दिलाता है कि सुरक्षा नियमों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए ताकि भविष्य में किसी और की जान न जाए। स्थानीय लोगों की आवाज़ सुनना और उनकी समस्याओं का समाधान करना बहुत आवश्यक है। इस दुखद घटना के बाद उम्मीद है कि प्रशासन इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करेगा और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।

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