इंदौर में नशे के खिलाफ पुलिस की नई पहल
इंदौर में नशे और ड्रग्स के खिलाफ पुलिस ने एक नया कदम उठाया है। इस कदम के तहत, शहर के 32 थाना क्षेत्रों में कुल 64 ड्रग्स शिकायत निवारण पेटियां स्थापित की गई हैं। यह पेटियां उन जगहों पर लगाई गई हैं, जहां पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है, ताकि लोग बिना किसी डर के अपनी शिकायतें दर्ज कर सकें। इस पहल का मकसद है कि आम नागरिक गुमनाम रूप से नशे से जुड़ी जानकारी पुलिस तक पहुंचा सकें।
पुलिस विभाग का मानना है कि इस नई रणनीति से नशे के कारोबार पर नकेल कसने में मदद मिलेगी। अब तक इन पेटियों से मिली कुछ शिकायतें सही पाई गई हैं, जिन पर कार्रवाई भी की जा चुकी है। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें हर रोज नशे के कारोबार पर कार्रवाई कर रही हैं, और इस अभियान को और मजबूत करने के लिए यह पहल की गई है।
शिकायत पेटियों की स्थापना की प्रक्रिया
पुलिस के अनुसार, इन शिकायत पेटियों को ऐसे इलाकों में लगाया गया है, जिन्हें नशे के हॉटस्पॉट के रूप में चिह्नित किया गया था। एयरपोर्ट, बाजार और थाना सीमाओं में ये पेटियां सीसीटीवी कैमरे से दूर लगाई गई हैं, ताकि शिकायतकर्ता की पहचान किसी भी स्थिति में उजागर न हो सके। इस योजना का उद्देश्य यह है कि लोग खुलकर अपनी जानकारी साझा कर सकें।
शहर में हर सोमवार को एसीपी स्तर के अधिकारी इन पेटियों को खोलेंगे। इस प्रक्रिया में दो स्थानीय निवासियों को भी शामिल किया जाएगा और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। शिकायतों की जांच के बाद, दो दिनों के भीतर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। डीसीपी स्तर पर इन कार्रवाइयों की निगरानी की जाएगी, जबकि एडिशनल सीपी संपूर्ण मॉनिटरिंग करेंगे।
अब तक मिली शिकायतें और कार्रवाई
एडिशनल डीसीपी (क्राइम ब्रांच) राजेश दंडोतिया ने बताया कि अब तक लगभग एक दर्जन शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें से कुछ शिकायतें सत्यापित हुई हैं, जबकि कुछ असत्य पाई गई हैं। एक शिकायत राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र से मिली थी, जिसमें बताया गया था कि चोइथराम सब्ज़ी मंडी में एक व्यक्ति गांजा सप्लाई कर रहा है। जांच में यह जानकारी सही निकली, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर गांजा जब्त किया।
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी को अपने क्षेत्र में नशे या ड्रग्स तस्करी की जानकारी है तो वह इन पेटियों में गुमनाम रूप से सूचना डालें। पुलिस को केवल जानकारी चाहिए, नाम नहीं। हर थाना क्षेत्र में दो पेटियां लगाई गई हैं, और थाना प्रभारी एवं क्राइम ब्रांच टीमें स्थानीय रहवासियों के साथ मीटिंग कर लोगों को इस व्यवस्था की जानकारी भी दे रही हैं।
स्थानीय समुदाय का सहयोग
परदेशीपुरा टीआई आर.डी. कानवा ने बताया कि रहवासी इलाकों में बैठकों के जरिए लोगों को पेटियों की व्यवस्था और शिकायत प्रक्रिया के बारे में बताया जा चुका है। इस पहल से नागरिकों में भरोसा बढ़ा है और पुलिस को जमीनी स्तर पर मदद मिल रही है।
इस प्रकार, इंदौर पुलिस की इस नई रणनीति के माध्यम से नशे के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत किया जा रहा है। यह पहल न केवल पुलिस की कार्रवाई को तेज करेगी, बल्कि नागरिकों को भी नशे के खिलाफ आवाज उठाने का एक सुरक्षित मंच प्रदान करेगी।
इस नई पहल के माध्यम से इंदौर शहर में नशे के खिलाफ एक सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद की जा रही है, जिससे समाज में नशे की समस्या को समाप्त किया जा सके।























