‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने का उत्सव, BJP का प्रदेशव्यापी आयोजन
भारतीय जनता पार्टी (BJP) मध्य प्रदेश में एक विशेष अवसर का आयोजन करने जा रही है। 7 नवंबर को राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ की रचना को 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘वंदेमातरम /150’ नाम का एक प्रदेशव्यापी उत्सव शुरू किया जाएगा। यह उत्सव 7 नवंबर से प्रारंभ होकर संविधान दिवस, जो कि 26 नवंबर को मनाया जाता है, तक चलेगा। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं में ‘वंदे मातरम’ के प्रेरक संदेश को प्रसारित करना है।
इस उत्सव के दौरान, BJP विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन करेगी, जिसमें सेमिनार, लेखन प्रतियोगिताएँ और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होंगे। पार्टी का मानना है कि इस गीत के माध्यम से युवा पीढ़ी को राष्ट्रीयता और देशभक्ति की भावना से जोड़ा जा सकता है। ‘वंदे मातरम’ केवल एक गीत नहीं है, बल्कि यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है, जो हमें अपने देश की संस्कृति और विरासत की ओर प्रेरित करता है।
उत्सव की विशेषताएँ और गतिविधियाँ
‘वंदेमातरम /150’ उत्सव में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- सेमिनार: विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा सेमिनार आयोजित किए जाएंगे, जिसमें ‘वंदे मातरम’ के ऐतिहासिक महत्व और इसकी रचना के पीछे की प्रेरणा पर चर्चा की जाएगी।
- प्रतियोगिताएँ: युवा प्रतिभागियों के लिए लेखन और कविता प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी, जिसमें वे ‘वंदे मातरम’ के प्रति अपने विचार व्यक्त कर सकेंगे।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: इस उत्सव के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी होंगी, जहां विभिन्न कलाकार ‘वंदे मातरम’ का गायन और प्रदर्शन करेंगे।
- कार्यशालाएँ: विशेष कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें युवा प्रतिभागियों को लेखन कौशल और सार्वजनिक बोलने की कला में निपुण किया जाएगा।
भाजपा नेताओं का कहना है कि इस प्रकार के आयोजनों से न केवल युवाओं की प्रतिभा को निखारने का मौका मिलेगा, बल्कि उन्हें भारतीय संस्कृति और इतिहास से भी जोड़ा जाएगा। पार्टी का यह मानना है कि ‘वंदे मातरम’ का संदेश आज के युवा वर्ग के लिए और भी प्रासंगिक है, क्योंकि यह एकता और अखंडता का प्रतीक है।
समाज में ‘वंदे मातरम’ का महत्व
‘वंदे मातरम’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक है। यह गीत बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा लिखा गया था और इसे रवींद्रनाथ ठाकुर ने संगीतबद्ध किया था। इस गीत में भारत की संस्कृति, धरती और उसकी सुंदरता का वर्णन किया गया है। ‘वंदे मातरम’ ने स्वतंत्रता सेनानियों को प्रेरित किया और इसने देशवासियों में एकता और सामूहिकता की भावना को जगाया।
आज के समय में, जब समाज में विभिन्न प्रकार की चुनौतियाँ हैं, ‘वंदे मातरम’ का संदेश युवाओं को एकजुट करने और उन्हें अपने देश के प्रति गर्वित करने का काम कर सकता है। इस गीत के माध्यम से हमें यह याद दिलाने की आवश्यकता है कि हम सभी एक ही मातृभूमि के नागरिक हैं और हमें इसके प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए।
BJP का मिशन और युवा वर्ग
BJP का यह उत्सव युवा वर्ग को जोड़ने और उन्हें ‘वंदे मातरम’ के विचारों से प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। युवा हमारी देश की भविष्य की नींव हैं, और उन्हें सही दिशा में प्रेरित करने से देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिल सकता है। पार्टी का यह प्रयास न केवल राष्ट्रीयता की भावना को बढ़ावा देगा, बल्कि युवाओं को समाज में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए भी प्रेरित करेगा।
इस आयोजन के माध्यम से, BJP यह सुनिश्चित करना चाहती है कि ‘वंदे मातरम’ का संदेश हर युवा के दिल में गूंजे, और वे अपने देश की संस्कृति और मूल्यों के प्रति जागरूक रहें। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल राष्ट्रीयता की भावना को बल मिलेगा, बल्कि हमें अपने देश की महानता का भी अनुभव होगा।
आखिरकार, ‘वंदेमातरम /150’ उत्सव सिर्फ एक आयोजन नहीं है, बल्कि यह एक आंदोलन है जो हमें अपने देश की विरासत, संस्कृति और एकता के प्रति जागरूक करता है। इस उत्सव का हर व्यक्ति को हिस्सा लेना चाहिए और ‘वंदे मातरम’ के इस महत्वपूर्ण संदेश को अपने जीवन में उतारना चाहिए।


























