खरगोन में पुलिया धंसने से ग्रामीणों को हुई परेशानी
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले से बामखल जाने वाली सड़क पर स्थित एक पुलिया गंभीर रूप से धंस गई है, जिसके कारण स्थानीय लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया है। पुलिया के धंसने से न केवल सड़क की स्थिति बिगड़ गई है, बल्कि भारी वाहनों के लगातार दबाव के कारण सड़क की पक्की सतह भी टूटने लगी है। बामखल क्षेत्र में स्थित एक सोसायटी के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा भी धंस गया है, जिससे स्थानीय निवासियों में चिंता का माहौल है।
स्थानीय निवासियों की चिंताएं और प्रशासन की अनदेखी
स्थानीय निवासी शंकर यादव, अतुल शर्मा और नरेंद्र यादव ने बताया कि पुलिया की खराब स्थिति के कारण स्कूल बसें अब गांव तक नहीं पहुंच पा रही हैं। बच्चों को छोटे वाहनों से स्कूल भेजना पड़ रहा है, जिससे हादसे का खतरा बढ़ गया है। यह मामला कुछ दिनों से चल रहा है, लेकिन स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
- ग्रामीणों का कहना है कि पुलिया में दरार आए दो दिन हो चुके हैं।
- खरगोन और गोगावा की दिशा से आने वाले भारी वाहन इसी सड़क मार्ग से गुजरते हैं।
- सड़क की स्थिति में सुधार न होने से दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि भारी वाहनों की आवाजाही को तुरंत रोका जाए और पुलिया तथा सड़क की मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरू किया जाए। यह सड़क करीब **40 गांवों** को जोड़ती है, और किसान इसी रास्ते से अपनी उपज मंडी तक ले जाते हैं। सड़क की खराब स्थिति के कारण वाहनों में खराबी और दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है।
ग्रामीणों की मांग पर प्रशासन का जवाब
ग्रामीणों की मांग पर प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इस मुद्दे पर ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है क्योंकि यह केवल एक पुलिया का मामला नहीं है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के जीवन की गुणवत्ता से जुड़ा हुआ है। यदि पुलिया की मरम्मत नहीं की जाती है, तो यह न केवल बच्चों की शिक्षा को प्रभावित करेगा, बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति पर भी नकारात्मक असर डालेगा।
स्थानीय निवासी और किसान इस बात को लेकर चिंतित हैं कि यदि प्रशासन ने जल्द ही कार्रवाई नहीं की, तो भविष्य में यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है। उनके अनुसार, यदि सड़क की स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो उनकी उपज मंडी तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा, जिससे उनके आर्थिक जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
समुदाय की एकता और प्रशासन को चेतावनी
ग्रामीणों ने एकजुट होकर प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। उनका कहना है कि उनके बच्चों की सुरक्षा और उनकी आजीविका का प्रश्न है, और वे इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की देखभाल करना कितना आवश्यक है। प्रशासन को चाहिए कि वह ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द उचित कदम उठाए।
इस प्रकार, खरगोन जिले में पुलिया धंसने की घटना ने न केवल स्थानीय लोगों की दैनिक जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि यह प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर रही है। आशा है कि प्रशासन इस गंभीर समस्या को जल्द से जल्द सुलझाएगा और स्थानीय निवासियों को राहत प्रदान करेगा।























