छत्तीसगढ़: बिलासपुर ट्रेन दुर्घटना में 8 लोगों की मौत, मुख्यमंत्री ने जताया दुख
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बिलासपुर में हुई ट्रेन दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है, जिसमें आठ लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए 5 लाख रुपये की मुआवजे की घोषणा की है और घायलों को 50,000 रुपये देने का भी ऐलान किया है।
सीएम साय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “आज बिलासपुर के पास एक ट्रेन की दुर्घटना हुई है। मुझे सूचित किया गया है कि पांच लोगों की जान चली गई है। बचाव कार्य जारी है। यह बहुत ही दुखद खबर है। मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये दिए जाएंगे। घायलों का मुफ्त इलाज होगा, और उन्हें 50,000 रुपये भी दिए जाएंगे।”
दुर्घटना की जानकारी और बचाव कार्य
वहीं, दुर्घटना स्थल पर मुख्यधारा इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (MEMU) ट्रेन की एक स्थिर मालगाड़ी से टकराने के बाद साफ-सफाई और पुनर्स्थापन का कार्य जारी है।
इस बीच, उपमुख्यमंत्री अरुण साओ ने बताया कि बिलासपुर ट्रेन दुर्घटना की जांच का आदेश दिया गया है और घायलों का इलाज जारी है। साओ ने ANI से बात करते हुए कहा, “बिलासपुर में एक दुर्भाग्यपूर्ण ट्रेन दुर्घटना हुई है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका उपचार शुरू हो चुका है। मैं उन लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है। जांच का आदेश दिया गया है।”
पूर्व मुख्यमंत्री का बयान
पूर्व छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने मंगलवार को बिलासपुर ट्रेन दुर्घटना को “बहुत दुखद” बताते हुए आरोप लगाया कि सरकार कोयला परिवहन पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है, बजाय इसके कि आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
बघेल ने कहा, “बिलासपुर में हुई ट्रेन दुर्घटना बहुत ही दुखद है। सरकार केवल कोयला परिवहन में व्यस्त है। इस कारण यहां के नागरिकों की जान जा रही है। आज, एक मानव जीवन की कीमत कोयले से भी कम हो गई है।”
दुर्घटना के परिणाम
बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पास स्थानीय MEMU ट्रेन की मालगाड़ी से टकराने के कारण आठ लोग मारे गए और कम से कम 16 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह घटना मंगलवार को हुई। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। इस दुर्घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है और लोगों में चिंता का माहौल है।
इस घटना के बाद, सरकार ने सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल उठने शुरू कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि रेल मार्ग पर सुरक्षा मानकों को मजबूत करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
आगे की कार्रवाई
राज्य सरकार ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच समिति गठित करने का निर्णय लिया है। यह समिति दुर्घटना के कारणों की गहन पड़ताल करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव देगी।
सरकारी अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि घायलों को हर संभव मदद प्रदान की जाएगी और मृतकों के परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा, रेलवे प्रशासन से भी मांग की गई है कि वे इस मामले में अपनी जिम्मेदारियों को समझें और सुरक्षा मानकों में सुधार करें।
बिलासपुर ट्रेन दुर्घटना ने न केवल प्रभावित परिवारों को प्रभावित किया है, बल्कि यह पूरे प्रदेश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। लोग अब यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाएगी और भविष्य में सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए क्या कार्रवाई की जाएगी।


























