DGCA: यात्रियों के लिए 48 घंटे की मुफ्त उड़ान रद्दीकरण और तेज़ रिफंड

सारांश

DGCA की नई नियमों से हवाई यात्रा में सुधार की उम्मीद नई दिल्ली: हवाई यात्रियों के लिए जल्द ही टिकट बुकिंग में बड़ी राहत मिल सकती है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने नए नियमों का प्रस्ताव रखा है, जो उड़ान बुकिंग को अधिक लचीला और रिफंड को तेज करने का उद्देश्य रखते हैं। इस प्रस्तावित […]

kapil6294
Nov 04, 2025, 2:55 PM IST

DGCA की नई नियमों से हवाई यात्रा में सुधार की उम्मीद

नई दिल्ली: हवाई यात्रियों के लिए जल्द ही टिकट बुकिंग में बड़ी राहत मिल सकती है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने नए नियमों का प्रस्ताव रखा है, जो उड़ान बुकिंग को अधिक लचीला और रिफंड को तेज करने का उद्देश्य रखते हैं। इस प्रस्तावित नीति का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करना है और इससे हवाई यात्रा को अधिक पारदर्शी बनाना है।

48 घंटे का “लुक-इन” अवधि

प्रस्तावित नीति के अनुसार, यात्रियों को अपनी उड़ान बुक करने के बाद 48 घंटे की “लुक-इन” अवधि मिलेगी। इस अवधि के दौरान वे बिना किसी अतिरिक्त रद्दीकरण शुल्क के अपने टिकट को रद्द या बदल सकते हैं। हालांकि, अगर कोई यात्री यात्रा की तिथि या मार्ग बदलता है, तो उन्हें किराए में अंतर चुकाना पड़ सकता है। यह नियम उन घरेलू उड़ानों पर लागू होगा जो यात्रा से पांच दिन पहले बुक की गई हों, और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर जो कम से कम 15 दिन पहले बुक की गई हों।

रिफंड की प्रक्रिया में तेजी

DGCA का मानना है कि एयरलाइनों को रिफंड की प्रक्रिया को 21 कार्यदिवस के भीतर पूरा करना चाहिए, भले ही टिकट यात्रा एजेंट के माध्यम से बुक की गई हो। यह कदम यात्रियों की सुविधा के लिए उठाया गया है, ताकि उन्हें हवाई यात्रा के दौरान कोई कठिनाई न हो।

नाम में गलती सुधारने की सुविधा

एक और महत्वपूर्ण नियम के तहत, एयरलाइनों को यात्रियों से नाम की गलतियों को सुधारने के लिए शुल्क नहीं लेना होगा, यदि यह गलती बुकिंग के 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट की जाती है। यह सुविधा केवल उन टिकटों पर लागू होगी जो एयरलाइन की वेबसाइट से सीधे बुक की गई हों। इससे यात्रियों को नाम में हो रही गलतियों को सुधारने में मदद मिलेगी और उन्हें कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा।

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सार्वजनिक फीडबैक की प्रक्रिया

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस ड्राफ्ट को 30 नवंबर 2025 तक सार्वजनिक फीडबैक के लिए खोला है। एक बार जब इसे मंजूरी मिल जाती है, तो ये बदलाव नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं (CAR) का हिस्सा बन जाएंगे, जो यह निर्धारित करते हैं कि एयरलाइंस बुकिंग और रिफंड कैसे संभालती हैं। यह प्रक्रिया एयरलाइनों के लिए एक नया मानक स्थापित कर सकती है।

यात्रियों के लिए संभावित लाभ

यदि ये नए नियम लागू होते हैं, तो यात्रियों को न केवल पैसे की बचत होगी, बल्कि उन्हें अपनी यात्रा योजनाओं की जांच करने का समय भी मिलेगा। इससे उन्हें किसी भी प्रकार की पेनाल्टी की चिंता किए बिना अपनी यात्रा को अंतिम रूप देने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, यह नियम हवाई यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने में भी सहायक सिद्ध होंगे।

निष्कर्ष

इस समय नागरिक उड्डयन क्षेत्र में कई बदलावों की आवश्यकता है, और DGCA के ये प्रस्तावित नियम यात्रियों के अनुभव को सकारात्मक दिशा में ले जाने का एक महत्वपूर्ण कदम हो सकते हैं। हवाई यात्रा के प्रति लोगों का विश्वास और भी मजबूत होगा यदि ये नियम प्रभावी रूप से लागू होते हैं। हवाई यात्रा को अधिक सुलभ, पारदर्शी और सुविधाजनक बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है।


कपिल शर्मा 'जागरण न्यू मीडिया' (Jagran New Media) और अमर उजाला में बतौर पत्रकार के पद पर कार्यरत कर चुके है अब ये खबर २४ लाइव के साथ पारी शुरू करने से पहले रिपब्लिक भारत... Read More

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