महाराष्ट्र में स्थानीय चुनावों के लिए महायुति गठबंधन का आश्वासन
कोल्हापुर: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को स्थानीय निकाय चुनावों के लिए महायुति गठबंधन के गठन का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि चुनावों से पहले गठबंधन नहीं बनता है, तो चुनावों के बाद एक एकजुटता की प्रक्रिया अवश्य होगी।
चुनावों के लिए महायुति की तैयारी
ANI से बात करते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, “तीनों महायुति पार्टियां अपने स्तर पर गठबंधनों का निर्णय लेंगी। जहां गठबंधन नहीं बन पाएगा, वहां हम एक सम्मानजनक चुनाव बाद व्यवस्था करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा, “मुझे विश्वास है कि महाराष्ट्र के लोग इस चुनाव में महायुति को स्पष्ट जनादेश देंगे।”
स्थानीय निकाय चुनावों की तिथियाँ
फडणवीस के ये बयान उस दिन आए हैं जब महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग ने घोषणा की कि नगर पंचायत और नगर परिषद चुनाव 2 दिसंबर को आयोजित किए जाएंगे। राज्य चुनाव आयुक्त दिनेश वाघमारे ने जानकारी दी कि इन चुनावों में 246 नगरपालिका परिषदों और 42 नगर पंचायतों में कुल 6,859 सदस्यों और 288 अध्यक्षों का चुनाव होगा।
- उम्मीदवार 10 नवंबर से नामांकन पत्र दाखिल करना शुरू कर सकते हैं।
- चुनाव परिणाम 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
महायुति गठबंधन में शामिल प्रमुख दल
महायुति गठबंधन में तीन प्रमुख दल शामिल हैं: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजीत पवार गुट) और शिवसेना (शिंदे गुट)। इसके अतिरिक्त, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले की भारतीय रिपब्लिकन पार्टी भी महायुति का हिस्सा है।
विपक्षी गठबंधन की स्थिति
विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी (MVA) में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC), उद्धव बालासाहेब ठाकरे</strong द्वारा नेतृत्व वाली शिवसेना और Sharad Pawar द्वारा नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं।
हालाँकि, विपक्षी दलों ने अभी तक सीट साझा करने की व्यवस्था को अंतिम रूप नहीं दिया है। चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं जब मतदाता सूची में विसंगतियों के आरोप लग रहे हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि चुनाव को तेज़ी से आयोजित किया जा रहा है, जबकि मतदाता सूची में विसंगतियाँ हैं। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान, उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा नेता और राज्य मंत्री आशीष शेलार ने भी राज्य के चुनावी रजिस्ट्रों में अनियमितताओं को स्वीकार किया है।
निष्कर्ष
महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए महायुति गठबंधन की तैयारी और विपक्षी दलों के बीच स्थिति स्पष्ट रूप से चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर रही है। जहां एक ओर महायुति गठबंधन अपने पदचिह्न बनाने की कोशिश कर रहा है, वहीं विपक्षी दल भी अपनी रणनीतियों को लेकर चिंतित हैं। आने वाले दिनों में उम्मीदवारों की नामांकन प्रक्रिया और चुनावी प्रचार के दौरान यह देखना दिलचस्प होगा कि ये दल किस तरह से अपने मतदाताओं को आकर्षित करते हैं।























