झारखंड में युवक के साथ ठगी का मामला: मोबाइल खरीदने के बहाने धोखाधड़ी
झारखंड के थाना क्षेत्र में एक युवक के साथ ठगी का एक नया मामला सामने आया है। इस घटना में एक ठग ने युवक से मोबाइल खरीदने के बहाने उसका फोन लेकर फरार हो गया। यह घटना असनाबाद स्थित जी-7 फर्नीचर हाउस के पास हुई। पीड़ित युवक, जिसका नाम दीपक कुमार है, बेलाटांड़ का निवासी है और उसने अपने पुराने आईफोन को बेचने का निर्णय लिया था।
दीपक ने अपने दोस्तों के माध्यम से सोशल मीडिया पर अपने फोन की बिक्री की जानकारी साझा की थी। सोमवार को उन्हें अंकित नाम के एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने मोबाइल खरीदने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद दीपक को जी-7 फर्नीचर हाउस बुलाया गया। जब दीपक वहां पहुंचे, तो युवक ने खुद को फर्नीचर हाउस का मालिक बताया और चाय-पानी की व्यवस्था भी कराई। बातचीत के दौरान उसने दीपक से मोबाइल का लॉक खोलकर दिखाने को कहा। जब दीपक ने फोन का लॉक खोला, तो युवक ने उन्हें बैठने के लिए कहा और खुद बाहर चला गया।
जब दीपक काफी देर तक इंतजार करते रहे और युवक वापस नहीं लौटा, तो उन्होंने फर्नीचर हाउस के कर्मचारियों से जानकारी ली। कर्मचारियों ने बताया कि वह युवक यहां का मालिक नहीं था, बल्कि एक ग्राहक था। दीपक ने युवक की तलाश में आसपास के इलाके में खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। अंततः दीपक ने इस घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी।
तिलैया पुलिस ने शुरू की जांच: CCTV फुटेज की जांच की गई
पुलिस को सूचना मिलते ही तिलैया पुलिस मौके पर पहुंची और फर्नीचर हाउस में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की। फुटेज में आरोपी युवक की तस्वीरें स्पष्ट रूप से दिखाई दी हैं। पुलिस ने फुटेज के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। यह घटना न केवल दीपक के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र में सुरक्षा की चिंता का विषय बन गई है।
कोडरमा में वनाधिकार कानून के तहत धरना प्रदर्शन
कोडरमा में आज संयुक्त वन अधिकार समिति द्वारा वनाधिकार कानून के तहत वन पट्टा की मांग और जिले में विभिन्न भू-समस्याओं के समाधान के लिए धरना आयोजित किया गया है। समिति के संयोजक कैलाश हंसदा ने जानकारी दी है कि यह प्रदर्शन लोकाई मंदिर प्रांगण से रैली के रूप में शुरू होगा और समाहरणालय कोडरमा पहुंचकर धरने में तब्दील होगा।
धरने के माध्यम से समिति उपायुक्त कोडरमा को मांग पत्र सौंपेगी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि लंबे समय से वनाधिकार पट्टा वितरण और भूमि विवादों का समाधान नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण आदिवासी और ग्रामीण समुदाय प्रभावित हो रहे हैं। इस धरने में कई प्रमुख सामाजिक और राजनीतिक हस्तियां भी शामिल होंगी।
प्रमुख हस्तियों की भागीदारी
इस धरने में कई प्रमुख सामाजिक और राजनीतिक हस्तियों की उपस्थिति रहने की संभावना है। इनमें एकता परिषद के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रण सिंह परमार, पूर्व विधायक एवं समाजवादी नेता गौतम सागर राणा, पूर्व विधायक एवं कम्युनिस्ट नेता बिनोद कुमार सिंह, जंगल बचाओ आंदोलन से जुड़े राजेश महतो, कोडरमा के सामाजिक कार्यकर्ता असीम सरकार, रामस्वरूप, चुन्नूलाल सोरेन सहित दर्जनों सामाजिक कार्यकर्ता शामिल होंगे।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह धरना उनके अधिकारों की रक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। धरने के माध्यम से वे अपनी मांगों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि आदिवासी और ग्रामीण समुदायों को उनके अधिकारों से वंचित करने वाली नीतियों के खिलाफ यह आवाज उठाई जा रही है।
कोडरमा जिले में यह धरना एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखी जा रही है, क्योंकि इससे वनाधिकार की समस्या और भूमि विवादों को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ेगी। उम्मीद है कि इस धरने से संबंधित अधिकारी उचित कदम उठाएंगे और आदिवासी समुदाय के अधिकारों की रक्षा करेंगे।



















