झारखंड में साइबर ठगी का नया मामला: गिरिडीह डीटीओ से 2.78 लाख की ठगी
झारखंड के गिरिडीह जिले में साइबर अपराधियों ने एक बार फिर से अपनी धूर्तता का परिचय देते हुए जन परिवहन विभाग के डीटीओ संतोष कुमार को झांसे में लेकर महज 40 मिनट में बाबा सम्राट बस कंपनी के दो खातों से 2.78 लाख रुपए उड़ा लिए। इस घटना ने न केवल प्रशासन बल्कि आम जनता के बीच भी चिंता की लहर पैदा कर दी है। ठग ने खुद को सीआईएसएफ का कमांडेंट बताकर इस ठगी को अंजाम दिया।
जानकारी के अनुसार, ठग ने सुबह करीब 7:30 बजे डीटीओ संतोष कुमार को फोन किया और कहा कि उनकी सीआईएसएफ यूनिट पचंबा मध्य विद्यालय से बच्चों को लेकर रांची जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वहां उनका तीन घंटे का कार्यक्रम है और उन्हें रात में लौटना है। इसके बाद उन्होंने तत्काल बस की मांग की। डीटीओ ने उनकी बातों पर विश्वास करते हुए बाबा सम्राट बस के मालिक राजू खान को फोन कर बस उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
सीआईएसएफ कमांडेंट बनकर की गई ठगी
ठग ने खुद को सीआईएसएफ कमांडेंट जोरा सिंह बताते हुए डीटीओ को फोन किया। संतोष कुमार ने अपने कार्यालय के सहायक अनुप कुमार को इस फोन कॉल की जानकारी दी। अनुप ने भी इस कॉल को गंभीरता से लेते हुए बस उपलब्ध कराने के लिए राजू खान से बात की। इसके बाद ठग ने दोनों खातों से 11 बार ट्रांजेक्शन कर पैसे निकाल लिए। इस प्रकार की धोखाधड़ी ने यह दर्शाया कि साइबर अपराधियों की पहचान करना कितना मुश्किल हो गया है।
- साइबर अपराधियों ने खुद को सीआईएसएफ कमांडेंट बताकर मांगी थी बस
- डीटीओ संतोष कुमार ने ठग के फोन को गंभीरता से लिया
- राजू खान ने भी साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई
साइबर थाना को दी गई सूचना
डीटीओ संतोष कुमार ने इस घटना के बारे में बताया कि उनके कार्यालय के सहायक अनुप कुमार को सीआईएसएफ के कमांडेंट का फोन आया था। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद उन्होंने तुरंत मामले की सूचना साइबर थाना को दे दी है। वहीं, बस के मालिक राजू खान ने भी साइबर थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई है। इस पूरे मामले ने यह साबित कर दिया है कि साइबर अपराधी कितने चालाक और धूर्त होते जा रहे हैं।
साइबर ठगों के इस प्रकार के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को सतर्क रहने और किसी भी प्रकार की संदिग्ध कॉल या संदेशों पर ध्यान न देने की सलाह दी है। साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि ऐसे अपराधों को रोका जा सके।
साइबर अपराधों से बचने के उपाय
साइबर ठगी के मामलों से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय किए जा सकते हैं:
- किसी भी अनजान नंबर से आने वाली कॉल पर विश्वास न करें।
- संदिग्ध लिंक या संदेश पर क्लिक करने से बचें।
- व्यक्तिगत जानकारी को किसी के साथ साझा न करें।
- सुरक्षा सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें और उसे नियमित रूप से अपडेट करें।
इन उपायों को अपनाकर हम साइबर अपराधियों के जाल में फंसने से बच सकते हैं। यदि किसी भी प्रकार की ठगी का सामना करना पड़े, तो तुरंत संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराना चाहिए ताकि ठगों को पकड़ा जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें।
झारखंड में इस तरह की घटनाओं के बढ़ते आंकड़ों ने यह साबित कर दिया है कि साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता की आवश्यकता है। प्रशासन को भी इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि आम जनता सुरक्षित रह सके।





















