झारखंड में इंडियन बैंक और चैंबर ऑफ कॉमर्स की बैठक
इंडियन बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ बिनोद कुमार ने मंगलवार को झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। यह बैठक होटल रेडिशन ब्लू में आयोजित की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य बैंकिंग क्षेत्र और उद्योग जगत के बीच सहयोग को बढ़ाना और राज्य की आर्थिक गतिविधियों को सशक्त बनाना था। इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई जो राज्य की औद्योगिक प्रगति के लिए आवश्यक हैं।
बैठक में चैंबर के अध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा ने सुझाव दिया कि राज्य में जीएम ऑफिस, अधिकारियों और स्टाफ के लिए ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किए जाएं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने रीजनल कॉन्क्लेव आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा, जिससे उद्योगों और बैंकिंग सेक्टर के बीच बेहतर संवाद स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल उद्योगों को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि राज्य की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बनाएगा।
लोन प्रक्रिया को सरल बनाने के सुझाव
बैठक में चैंबर के सह सचिव रोहित पोद्दार ने भी कई महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए। उन्होंने सिंगल विंडो लोन अप्रूवल सिस्टम विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि औद्योगिक शहरों में शाखाओं का विस्तार किया जा सके। इसके साथ ही, उन्होंने सेक्टर-वाइज इंडस्ट्री फोकस नीति अपनाने की सिफारिश की, जिससे लोन प्रक्रिया को अधिक सहज और सरल बनाया जा सके। उनका मानना है कि इससे उद्योगों को आवश्यक वित्तीय सहायता समय पर मिल सकेगी।
इंडियन बैंक के एमडी बिनोद कुमार ने बैठक में बताया कि बैंक अब से 10 करोड़ रुपए तक के लोन को सिंगल पॉइंट से स्वीकृत कर रहा है। यह कदम राज्य के छोटे और मझोले उद्योगों (एमएसएमई) और कृषि लोन के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे झारखंड में एमएसएमई और कृषि लोन की सुविधाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करें, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
भूमि पर कोलेट्रल लोन की सुविधा
बैठक में पूर्व अध्यक्ष रंजीत टिबड़ेवाल और मनोज नरेडी ने सीएनटी–एसपीटी एक्ट की भूमि पर कोलेट्रल लोन की सुविधा देने का सुझाव दिया। उनका मानना है कि इससे कई उद्योगपति अपने व्यवसाय को विस्तार देने में सक्षम होंगे। इस सुविधा से उन्हें वित्तीय सहायता प्राप्त होगी, जो कि उनके व्यवसाय के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।
झारखंड की आर्थिक प्रगति में सहयोग
बैठक के दौरान, उपस्थित सभी सदस्यों ने राज्य की आर्थिक प्रगति में सहयोग देने के लिए अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि यदि उद्योग और बैंकिंग क्षेत्र एक साथ मिलकर काम करें, तो यह न केवल राज्य की आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करेगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगा।
कुल मिलाकर, यह बैठक झारखंड के उद्योगों और बैंकिंग क्षेत्र के बीच एक नए सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सभी ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की कि राज्य की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं। इस सहयोग से न केवल उद्योगों को वित्तीय सहायता मिलेगी, बल्कि राज्य की समग्र आर्थिक स्थिति को भी मजबूत किया जा सकेगा।
झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और इंडियन बैंक के बीच यह बैठक राज्य में औद्योगिक विकास के लिए एक सकारात्मक संकेत है। भविष्य में इस तरह की और बैठकों की आवश्यकता है, ताकि बैंकिंग और उद्योग के बीच बेहतर तालमेल स्थापित किया जा सके।



















