Accident: बोकारो स्टील प्लांट में पोकलेन मशीन में लगी आग, ऑपरेटर की सूझबूझ से बची जान

kapil6294
Nov 04, 2025, 2:46 PM IST

सारांश

बोकारो स्टील प्लांट में आग लगने की घटना से मची अफरातफरी बोकारो स्टील प्लांट के स्टील मेल्टिंग शॉप-2 (SMS-2) में सोमवार रात एक अचानक आग लगने की घटना ने सभी को चौका दिया। यह घटना रात लगभग 11 बजे हुई, जब कन्वर्टर क्षेत्र में खड़ी एक पोकलेन मशीन धुएं और आग की लपटों में घिर […]

बोकारो स्टील प्लांट में फिर हुआ हादसा:SMS-2 में पोकलेन मशीन में लगी आग, ऑपरेटर की सूझबूझ से बची जान, बड़ा हादसा टला

बोकारो स्टील प्लांट में आग लगने की घटना से मची अफरातफरी

बोकारो स्टील प्लांट के स्टील मेल्टिंग शॉप-2 (SMS-2) में सोमवार रात एक अचानक आग लगने की घटना ने सभी को चौका दिया। यह घटना रात लगभग 11 बजे हुई, जब कन्वर्टर क्षेत्र में खड़ी एक पोकलेन मशीन धुएं और आग की लपटों में घिर गई। इस आगजनी की घटना ने वहां मौजूद कर्मचारियों के बीच अफरातफरी मचा दी।

ऑपरेटर की सूझबूझ से टली बड़ी दुर्घटना

पोकलेन मशीन में आग लगने के साथ ही ऑपरेटर ने अपनी फुर्ती और सूझबूझ का परिचय देते हुए तुरंत मशीन से कूदकर अपनी जान बचा ली। घटना के तुरंत बाद, संबंधित अधिकारियों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक पूरी मशीन जलकर खाक हो चुकी थी। इस घटना में किसी भी व्यक्ति के घायल होने की सूचना नहीं है, जो कि राहत की बात है।

घटनास्थल पर अधिकारियों की जांच

घटना की जानकारी मिलते ही बीएसएल के सुरक्षा अधिकारी, SMS-2 के डीजीएम और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का निरीक्षण किया और आग लगने के कारणों की जांच के आदेश दिए। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि आग पोकलेन मशीन के इंजन सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण लगी हो।

बीएसएल में लगातार हादसों से सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

बोकारो स्टील प्लांट में पिछले कुछ महीनों से लगातार हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले पांच महीनों में यहां कई गंभीर घटनाएं हो चुकी हैं। सितंबर में SMS-2 में हॉट मेटल गिरने की दो घटनाओं में तीन ठेका मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए थे। इसके अलावा, 30 सितंबर को ब्लास्ट फर्नेस-04 में एक मजदूर का हाथ मशीन में फंसकर कट गया था।

Get 1 free credit in your first month of free trial to use on any title of your choice

अगस्त में उप मुख्य कारखाना निरीक्षक की रिपोर्ट में यह भी सामने आया था कि बीएसएल पिछले दो वर्षों से सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट जमा नहीं कर रहा है। इसके साथ ही, प्लांट में बिना प्रशिक्षित मजदूरों से कुशल कार्य कराए जा रहे हैं, जो सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है।

प्लांट के पीआरओ का बयान

बीएसएल के जीएम (पीआर) मणिकांत धांन ने घटना के संबंध में बताया कि आजकल छोटी घटनाओं को भी लोग वीडियो बनाकर बाहर भेज देते हैं। उन्होंने कहा, “जब तक किसी की कैजुअल्टी नहीं होती, हम उसे दुर्घटना नहीं मानते।” यह बयान सुरक्षा की दृष्टि से चिंताजनक है, क्योंकि इससे यह संकेत मिलता है कि प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा को लेकर गंभीरता का अभाव है।

सुरक्षा उपायों की आवश्यकता

बोकारो स्टील प्लांट में इस प्रकार की घटनाओं के बढ़ने से सुरक्षा उपायों की आवश्यकता और भी बढ़ गई है। कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि प्रबंधन उचित कदम उठाए और सुरक्षा मानकों का पालन करे। उपयुक्त प्रशिक्षण, नियमित सुरक्षा ऑडिट और तकनीकी उपकरणों की अच्छी स्थिति सुनिश्चित करना आवश्यक है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।

निष्कर्ष

बोकारो स्टील प्लांट में आग लगने की यह घटना एक बार फिर से सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़ा करती है। समय रहते यदि प्रशासन ने आवश्यक सुधार नहीं किए, तो भविष्य में ऐसी घटनाएं और भी गंभीर रूप ले सकती हैं। सभी संबंधित अधिकारियों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित किया जा सके।

झारखंड की अन्य खबरें पढ़ें


कपिल शर्मा 'जागरण न्यू मीडिया' (Jagran New Media) और अमर उजाला में बतौर पत्रकार के पद पर कार्यरत कर चुके है अब ये खबर २४ लाइव के साथ पारी शुरू करने से पहले रिपब्लिक भारत... Read More

विज्ञापन

विज्ञापन