हरियाणा की राजनीति में बड़ा उलटफेर: संपत सिंह की इनेलो में वापसी
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। तीन दिन पहले कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पूर्व वित्त और गृह मंत्री प्रो. संपत सिंह ने बुधवार को इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) में वापसी की। यह कदम हरियाणा की राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है। इस मौके पर चंडीगढ़ में इनेलो सुप्रीमो अभय सिंह चौटाला और प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा की उपस्थिति में प्रो. संपत सिंह और उनके बेटे गौरव संपत सिंह ने विधिवत रूप से पार्टी का प्रतीक ‘चश्मा’ पहनकर अपनी घर वापसी की।
संपत सिंह की इस वापसी को ऐतिहासिक बताते हुए अभय चौटाला ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस कदम के साथ ही इनेलो में एक नई ऊर्जा का संचार होने की संभावना जताई जा रही है। प्रो. संपत सिंह ने इनेलो में शामिल होने के बाद कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अब यह पार्टी सिद्धांतों की नहीं, बल्कि स्वार्थ और वंशवाद की राजनीति में उलझ गई है।
कांग्रेस पर आरोप: परिवारवाद और स्वार्थ की राजनीति
प्रो. संपत सिंह ने आगे कहा कि कांग्रेस एक परिवार में कैद हो गई है, जहां ईमानदार और अनुभवी नेताओं के लिए कोई जगह नहीं बची है। उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर आरोप लगाया कि उन्होंने पार्टी को अपने परिवार की संपत्ति बना दिया है। उनके अनुसार, कांग्रेस में त्याग करने वाले नेताओं को पुरस्कृत करने के बजाय हाशिये पर धकेल दिया जाता है।
उन्होंने 2016 और 2022 के राज्यसभा चुनावों में वोट चोरी होने की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इससे पार्टी की साख को गहरा धक्का लगा है। 2016 में 14 वोट चोरी हुए थे, जिसके चलते कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के उम्मीदवार आरके आनंद को हार का सामना करना पड़ा था। इसी तरह 2022 में अजय माकन को हराया गया, जबकि कांग्रेस के पास पूरा बहुमत था।
दलित और पिछड़े वर्ग के नेताओं के साथ अपमानजनक व्यवहार
संपत सिंह ने कांग्रेस में दलित और पिछड़े वर्ग के नेताओं के साथ अपमानजनक व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। उनके अनुसार, पार्टी में ऐसे नेताओं की आवाज को दबाया जा रहा है, जो समाज के विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस प्रकार की राजनीति ने कांग्रेस की स्थिति को बेहद कमजोर कर दिया है।
वहीं, इनेलो सुप्रीमो अभय सिंह चौटाला ने इस अवसर पर संकेत दिया कि गौरव संपत सिंह को संगठन में युवा मोर्चे में जिम्मेदारी दी जाएगी। उन्होंने कांग्रेस और भाजपा पर एक साथ जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। अभय चौटाला ने कहा, “एक सांपनाथ है, दूसरा नागनाथ।”
हरियाणा की जनता को गुमराह करने का आरोप
अभय चौटाला ने कहा कि दोनों दलों ने हरियाणा की जनता को गुमराह किया है। उन्होंने राहुल गांधी को सलाह दी कि उन्हें वोट चोरी की बात करने से पहले अपने दल के अंदर झांकना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में बहुमत होते हुए भी कांग्रेस ने उनकी सरकार बनने से रोकने की कोशिश की थी।
इस मौके पर डबवाली विधायक आदित्य देवीलाल, उमेद लोहान, शेर सिंह बड़शामी, आरएस चौधरी और प्रकाश भारती सहित बड़ी संख्या में इनेलो नेता मौजूद रहे। इन नेताओं की उपस्थिति ने इस राजनीतिक घटनाक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।
संपत सिंह की वापसी से यह स्पष्ट होता है कि हरियाणा की राजनीति में अभी कई उलटफेर देखने को मिल सकते हैं। कांग्रेस में चल रही अंतर्कलह और वंशवाद की राजनीति से बागी नेता इनेलो की ओर लौट रहे हैं। इस बदलाव से आगामी चुनावों पर गहरा असर पड़ने की संभावना है। हरियाणा की जनता को अब यह देखना है कि क्या इनेलो अपनी पुरानी ताकत को फिर से हासिल कर सकेगी या नहीं।

























