फतेहाबाद के किसान विकास कुमार का झोटा कुबेर बना चर्चा का विषय
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। फतेहाबाद जिले के गांव नाढोड़ी के किसान विकास कुमार का मुर्रा नस्ल का झोटा कुबेर हाल ही में राजस्थान के पुष्कर मेले में अपनी अद्वितीय खूबसूरती और विशेषताओं के चलते चर्चा का केंद्र बन गया है। इस शानदार झोटे की कीमत मेले में 21 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, लेकिन विकास कुमार ने इसे बेचने का कोई इरादा नहीं जताया। कुबेर ने मेले की चैंपियनशिप प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त कर सभी का दिल जीत लिया। इस उपलब्धि के बाद अब राजस्थान सरकार की ओर से कुबेर और उसके मालिक विकास कुमार को विशेष सम्मान देने की तैयारी की जा रही है।
कुबेर की विशेषताएँ और अनूठी पहचान
किसान विकास कुमार ने बताया कि कुबेर की उम्र साढ़े तीन साल है और यह एक शुद्ध मुर्रा नस्ल का झोटा है। इसकी ऊंचाई साढ़े पांच फुट है, जो इसे और अधिक आकर्षक बनाती है। कुबेर की कद-काठी और चमकदार काले रंग के कारण यह हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचता है। विकास ने कुबेर को पुष्कर मेले में प्रस्तुत किया, जहां पहले दिन ही व्यापारियों ने इसकी कीमत 11 करोड़ रुपये लगाई। इसके बाद, सोमवार को आंध्र प्रदेश के व्यापारियों ने कुबेर की कीमत को बढ़ाकर 21 करोड़ रुपये कर दिया, लेकिन विकास ने इसे बेचने से साफ इनकार कर दिया।
किसान विकास का कहना है कि कुबेर की मां भी 23.5 लीटर दूध देकर जिला स्तर पर इनाम जीत चुकी है। कुबेर को विकास खल-बिनौला, चना खिलाने के साथ-साथ कभी-कभी दूध और घी भी पिलाते हैं। विकास के अनुसार, यह झोटा केवल उनकी कमाई का जरिया नहीं, बल्कि उनकी शान और मेहनत की पहचान भी है।
सीमन बैंक में कुबेर का भविष्य और नस्ल सुधार की उम्मीद
विकास ने यह भी बताया कि वह कुबेर को बेचने के बजाय उसे सीमन बैंक में रखने का निर्णय ले रहे हैं। इससे उच्च गुणवत्ता वाला सीमन तैयार कर किसानों को उचित दामों पर उपलब्ध कराया जा सकेगा। विकास के अनुसार, इससे उन्हें हर महीने लाखों रुपये की आय होने की उम्मीद है और मुर्रा नस्ल के सुधार में भी मदद मिलेगी। कुबेर की 21 करोड़ रुपये की कीमत लगने के बाद हरियाणा, पंजाब और राजस्थान से सीमन की बुकिंग के लिए फोन आने लगे हैं। विकास ने बताया कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि कुबेर की इतनी कीमत लगेगी।
कुबेर की कीमत: गर्व का विषय और राज्य स्तरीय पशुधन मेला
कुबेर की कीमत 21 करोड़ रुपये लगाना न केवल विकास कुमार के लिए, बल्कि फतेहाबाद जिले के लिए भी गर्व की बात है। आगामी हरियाणा राज्य स्तरीय पशुधन मेले में भी कुबेर को शामिल किया जाएगा। कुबेर ने न केवल अपने मालिक का, बल्कि पूरे हरियाणा का नाम भी रोशन किया है। इस अवसर पर सुखविंदर सिंह, उपनिदेशक, पशुपालन विभाग, फतेहाबाद ने कहा, “कुबेर की उपलब्धियों से हमें गर्व है और यह हमारे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।”
इस प्रकार, कुबेर न केवल एक खास झोटा है, बल्कि यह हरियाणा के पशुपालन में नवाचार और समृद्धि का प्रतीक बन गया है। किसान विकास कुमार की मेहनत और लगन ने उसे इस मुकाम तक पहुँचाया है, जिससे यह साबित होता है कि यदि मेहनत और समर्पण सही दिशा में हो, तो किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।























