हिसार में बेसहारा पशु से बाइक दुर्घटना में युवक की मौत
जागरण संवाददाता, हिसार। हरियाणा के हिसार जिले में पातन-आर्यनगर रोड पर एक दुखद घटना में 21 वर्षीय युवक योगेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा रविवार को तब हुआ जब बाइक चलाते समय अचानक एक बेसहारा पशु उसके सामने आ गया। इस दुर्घटना में पशु का सींग सीधे योगेंद्र के दिल को चीरते हुए आर-पार निकल गया। गंभीर हालत में उसे उसके परिजनों ने शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन सोमवार देर शाम उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद आजाद नगर थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर स्वजनों को सौंप दिया।
दुर्घटना का विवरण और पीड़ित की पहचान
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, योगेंद्र मूलरूप से राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले का निवासी था, लेकिन वह पिछले कुछ समय से आर्यनगर में रह रहा था और शहर में एक कंपनी में काम कर रहा था। रविवार को काम खत्म करने के बाद वह बाइक से गांव आर्यनगर लौट रहा था। जैसे ही वह पातन रोड पर पहुंचा, अचानक एक बेसहारा पशु उसकी बाइक के सामने आ गया। इस टक्कर के कारण पशु का एक सींग सीधे उसके दिल में घुस गया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई।
घटना के समय वहां मौजूद ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए योगेंद्र की मदद की। उन्होंने सींग को उसके शरीर से बाहर निकाला और तुरंत उसे अस्पताल ले जाने के लिए उसके परिजनों को सूचित किया। हालांकि, अस्पताल पहुंचने के बाद उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ और सोमवार शाम को उसने दम तोड़ दिया। इस घटना ने न केवल उसके परिवार को बल्कि पूरे क्षेत्र को भी गहरे सदमे में डाल दिया है।
बेसहारा पशुओं से होने वाले हादसे
हिसार जिले में बेसहारा पशुओं के कारण पहले भी कई लोगों की जानें जा चुकी हैं। पिछले वर्षों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहाँ बेसहारा पशुओं ने नागरिकों को गंभीर रूप से घायल किया है। उदाहरण के लिए, जुलाई 2022 में वार्ड-6 के टिब्बा दानाशेर की गली में 62 वर्षीय निर्मला देवी को एक गाय ने टक्कर मार दी थी, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। इसी तरह, साल 2018 में लाजपत नगर में एक 90 वर्षीय बुजुर्ग सोमनाथ को गाय ने सींगों पर उठाकर फेंक दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
इसके अलावा, नवंबर 2016 में हिसार-तोशाम रोड पर एक वाहन बेसहारा पशु के सामने आने के कारण असंतुलित होकर पेड़ से टकरा गया, जिसमें दो युवकों की जान चली गई। ये घटनाएँ इस बात की ओर इशारा करती हैं कि क्षेत्र में बेसहारा पशुओं की समस्या कितनी गंभीर है और इसे लेकर सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।
समुदाय की प्रतिक्रिया
योगेंद्र की मृत्यु ने स्थानीय समुदाय में गहरा शोक फैलाया है। लोग इस घटना को लेकर प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि बेसहारा पशुओं के खिलाफ ठोस कदम उठाए जाएं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि प्रशासन समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं करेगा, तो भविष्य में और भी जानलेवा हादसे हो सकते हैं।
स्थानीय समाजसेवी और जागरूकता कार्यकर्ता भी इस मुद्दे को लेकर आगे आए हैं। उनका कहना है कि सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए, जैसे कि बेसहारा पशुओं का उचित आश्रय या पुनर्वास करना, ताकि ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके।
निष्कर्ष
हिसार में हुई यह दुखद घटना न केवल योगेंद्र के परिवार के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक चेतावनी है। बेसहारा पशुओं की समस्या को हल करना आवश्यक है, ताकि भविष्य में किसी और की जान न जाए। यह घटना यह दर्शाती है कि हमें अपने आस-पास के पर्यावरण और सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना चाहिए। यदि आवश्यक कदम उठाए जाएं, तो हम ऐसी घटनाओं को रोकने में सफल हो सकते हैं।
इस घटना के संदर्भ में, हम सभी को एकजुट होकर इस मुद्दे पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यदि आप भी इस विषय पर कुछ कहना चाहते हैं या सुझाव देना चाहते हैं, तो हम आपका स्वागत करते हैं।























