भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक जीत
2 नवंबर को, पूरे देश ने ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाया। इस जीत ने न केवल खिलाड़ियों को गौरवान्वित किया, बल्कि पूरे देश को गर्व महसूस कराया। जीत के क्षण ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी, और खिलाड़ियों का अपने गृह नगर लौटने पर भव्य स्वागत किया गया। हालांकि, यह जश्न एक ऐसे समय में आया है जब भारतीय महिला क्रिकेट टीम को लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ा था।
टीम ने वित्तीय संसाधनों की कमी और दर्शकों की कमी के कारण कई कठिनाइयों का सामना किया। ऐसे समय में, एक अप्रत्याशित स्रोत से मदद मिली, जो कि कोई और नहीं, बल्कि अभिनेत्री मंदिरा बेदी थीं।
मंदिरा बेदी का क्रिकेट में योगदान
2000 के दशक की शुरुआत में, मंदिरा बेदी पहले से ही बॉलीवुड और टेलीविजन की जानी-मानी अभिनेत्री बन चुकी थीं। इस समय, उन्होंने क्रिकेट कमेंट्री में भी कदम रखा, जो उस समय पुरुषों द्वारा प्रमुखता से भरा हुआ था। अपने खेल के प्रति जुनून और कैमरे के सामने स्वाभाविक आकर्षण के साथ, मंदिरा क्रिकेट प्रसारण की पहली महिला चेहरों में से एक बन गईं। लेकिन उन्होंने खेल के लिए इससे भी अधिक किया।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम को तब तक कोई ध्यान नहीं मिल रहा था जब तक कि उन्हें BCCI (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) में शामिल नहीं किया गया। खिलाड़ियों को प्रायोजन पाने में कठिनाई हो रही थी, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलना मुश्किल हो रहा था। कई बार तो उन्हें मैच खेलने के लिए अपने पैसे खर्च करने पड़ते थे। इसी दौरान, मंदिरा ने एक प्रसिद्ध हीरा ब्रांड के लिए एक बड़ा विज्ञापन साइन किया। उन्होंने विज्ञापन से प्राप्त अपनी पारिश्रमिक को दान करने का निर्णय लिया, जिसने अंततः भारतीय महिला टीम के खिलाड़ियों के इंग्लैंड दौरे के लिए हवाई यात्रा की व्यवस्था करने में मदद की।
मंदिरा का योगदान और समर्थन
चुनौतियों को याद करते हुए, भारतीय महिला क्रिकेट संघ (WCAI) की पूर्व सचिव नूतन गवस्कर ने PTI से कहा, “एक बार, हमें मंदिरा बेदी मिलीं, जिन्होंने एक प्रसिद्ध हीरा ब्रांड के लिए एक विज्ञापन शूट किया। उन्होंने जो भी प्रायोजन शुल्क प्राप्त किया, वह WCAI को दान कर दिया। उस पैसे ने हमें इंग्लैंड दौरे के लिए हवाई टिकटों की व्यवस्था करने में मदद की।” मंदिरा ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि वह टीम की मदद आगे भी करती रहेंगी। उन्होंने टेलीग्राफ से कहा, “मेरे प्रायोजन के लिए जो भी पैसा था, वह क्रिकेट प्रायोजन के लिए जाएगा। अगले श्रृंखला के लिए एक और प्रायोजक भी तैयार है।”
जैसे कि उन्होंने वादा किया था, मंदिरा का समर्थन एक बार की दान राशि तक सीमित नहीं रहा। 2003 से 2005 तक, अभिनेत्री ने व्यक्तिगत रूप से प्रायोजकों को मनाने और महिला क्रिकेट टीम के लिए धन जुटाने के लिए अपनी स्थिति का उपयोग किया। उनके शुरुआती समर्थन ने महिला क्रिकेट के भविष्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
महिला क्रिकेट का नया अध्याय
2025 में टीम की ऐतिहासिक जीत के बाद, मंदिरा बेदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, “मैं कभी महिला क्रिकेट के साइडलाइन पर खड़ी रही, इसकी दृढ़ता और गरिमा से प्रभावित होकर।” उनके इस पोस्ट ने न केवल वायरल हो गया, बल्कि उनके खेल के प्रति योगदान की कम ज्ञात कहानी को भी उजागर किया।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की इस उपलब्धि ने न केवल खिलाड़ियों के लिए एक नई शुरुआत की है, बल्कि यह उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा भी बन गई है, जिन्होंने इस खेल में अपना योगदान दिया है। मंदिरा बेदी का योगदान इस बात का प्रतीक है कि एक व्यक्ति की मदद कैसे एक पूरे समूह के भविष्य को बदल सकती है।
भविष्य की उम्मीदें
अब जब भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने विश्व कप में सफलता हासिल की है, तो यह निश्चित रूप से महिला क्रिकेट के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस जीत ने न केवल खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाया है, बल्कि देश में महिला क्रिकेट के प्रति जागरूकता भी बढ़ाई है।
- मंदिरा बेदी का योगदान: महिला क्रिकेट को नई दिशा
- आर्थिक मदद से मिली अंतर्राष्ट्रीय सफलता
- महिला खिलाड़ियों के लिए प्रायोजन की नई संभावनाएं
यह कहना गलत नहीं होगा कि मंदिरा बेदी जैसी हस्तियों का योगदान भारतीय महिला क्रिकेट के भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उनकी सहायता और समर्थन के बिना, शायद आज महिला क्रिकेट इस ऊंचाई पर नहीं होती।























