दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद सेलिना जैनती की भावनात्मक पोस्ट
बॉलीवुड अभिनेत्री सेलिना जैनती ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक भावनात्मक नोट साझा किया है, जिसमें उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा उनके भाई मेजर (रिटायर्ड) विक्रांत कुमार जैनती के मामले में केंद्र सरकार को स्थिति रिपोर्ट प्रदान करने के आदेश पर आभार व्यक्त किया है। विक्रांत, जो कि भारतीय सेना के एक पूर्व सैनिक हैं, 2024 से यूएई में हिरासत में हैं। सेलिना ने अपनी पोस्ट में लिखा कि उन्हें ‘अंधेरे सुरंग के अंत में एक रोशनी’ मिली है, जिसके लिए उन्होंने अपने भाई के न्याय की खोज में 14 महीने बिताए हैं।
सेलिना ने बताया कि उनके भाई, मेजर विक्रांत, इंडियन आर्मी के एक अनुभवी सैनिक हैं और 3 पैराशूट विशेष बलों के सदस्य रहे हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उनका भाई ‘जबर्दस्ती गायब’ हो गया था, जिसके बाद उन्हें यूएई में हिरासत में लिया गया। यह मामला न केवल व्यक्तिगत बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है।
सेलिना का भावुक संदेश
सेलिना के नोट का एक हिस्सा इस प्रकार था, “आपने हमारे लिए संघर्ष किया, भाई, अब हमारा समय है कि हम आपके पीछे खड़े हों। एक साल से मैं आपके लिए जवाबों की खोज कर रही हूँ। अब मैं अपनी प्रार्थनाएँ हमारे सम्मानित सरकार से करती हूँ कि वह आपके लिए लड़ें और आपको सुरक्षित वापस लाएं। मेरा सरकार, जिस पर मैं भरोसा करती हूँ, वह है भारत सरकार, और मुझे विश्वास है कि वे इस चौथी पीढ़ी के सैनिक, युद्ध वेटरन के पुत्र, नाती और परनाती की रक्षा के लिए सब कुछ करेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय सैनिक विदेशों में अनजान कारणों से लक्षित हो रहे हैं और उन्होंने अपने सरकार से प्रार्थना की कि वे हमारे रक्षक की मदद और सुरक्षा करें।
कानूनी सहायता और न्याय की उम्मीद
सेलिना ने अपने वकील और दिल्ली हाई कोर्ट के माननीय जज सचिन डत्ता के प्रति भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने मामले की सुनवाई की। उन्होंने एएनआई से बातचीत करते हुए कहा, “यह मेरे लिए एक साल का एक बुरा सपना रहा है। आज के फैसले के लिए मैं बहुत आभारी हूँ। जैसे-जैसे भारत का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास हो रहा है, हमारे सैनिक बार-बार विदेशों में लक्षित हो रहे हैं। मुझे लगता है कि आज का निर्णय वास्तव में उन्हें वापस लाने में मदद करेगा और मैं अपने वकील राघव और उनकी पूरी टीम के प्रति आभारी हूँ।”
दिल्ली हाई कोर्ट का महत्वपूर्ण आदेश
सेलिना द्वारा भारतीय अधिकारियों से अपने भाई के लिए आवश्यक कानूनी और चिकित्सा सहायता की मांग करने वाली याचिका के जवाब में, दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्रीय सरकार को नोटिस जारी किया है और उनके भाई की स्थिति जानने के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 4 दिसंबर को निर्धारित की गई है।
सेलिना जैनती का यह संघर्ष न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उन सभी परिवारों के लिए भी एक प्रेरणा है जो अपने प्रियजनों की सुरक्षा और न्याय के लिए लड़ रहे हैं। उनके इस साहसिक कदम से यह संदेश मिलता है कि सही न्याय के लिए कभी भी हार नहीं माननी चाहिए।























