Youth: उत्तर प्रदेश में समाज के निर्माण में योगदान पर चर्चा

kapil6294
Nov 05, 2025, 7:55 AM IST

सारांश

दिल्ली एनसीआर की ताजा खबरें: युवाओं का समाज में योगदान दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में मंगलवार को एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रामटहल चौधरी महाविद्यालय, दड़दाग में मानवशास्त्र, समाजशास्त्र और राजनीतिशास्त्र विभागों द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य युवाओं को समाज के निर्माण में उनके योगदान के […]

दिल्ली एनसीआर की ताजा खबरें: युवाओं का समाज में योगदान

दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में मंगलवार को एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रामटहल चौधरी महाविद्यालय, दड़दाग में मानवशास्त्र, समाजशास्त्र और राजनीतिशास्त्र विभागों द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य युवाओं को समाज के निर्माण में उनके योगदान के महत्व के बारे में जागरूक करना था। इस कार्यक्रम में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई, जिसमें झारखंड की आदिम जनजातियों और भारतीय समाज की संरचना शामिल थी।

कार्यशाला में कई विशेषज्ञों और शिक्षकों ने अपने विचार साझा किए। मानवशास्त्र विभाग के विशेषज्ञ ने झारखंड की आदिम जनजातियों की संस्कृति और उनकी समस्याओं पर प्रकाश डाला। वहीं, समाजशास्त्र के प्रोफेसर ने भारतीय समाज की विविधता और एकता पर जोर दिया। इस कार्यक्रम में छात्रों ने भी सक्रिय भागीदारी दिखाई और अपने विचार व्यक्त किए। इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन छात्रों में सामाजिक जागरूकता बढ़ाने और उन्हें समाज के प्रति जिम्मेदार बनाने में मदद करता है।

कार्यशाला में चर्चा के मुख्य बिंदु

  • युवाओं की भूमिका: युवाओं को समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रेरित किया गया।
  • आदिम जनजातियों की स्थिति: झारखंड की आदिम जनजातियों के अधिकारों और समस्याओं पर चर्चा की गई।
  • समाजशास्त्र का महत्व: भारतीय समाज की विविधता और एकता के महत्व पर विचार विमर्श हुआ।
  • छात्रों की भागीदारी: छात्रों ने अपने विचारों के माध्यम से कार्यशाला को और भी रोचक बनाया।

इस कार्यशाला में उपस्थित छात्रों ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम उनके लिए बहुत लाभदायक होते हैं। वे न केवल ज्ञान बढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें समाज के प्रति जागरूक भी करते हैं। एक छात्र ने कहा, “हमारे समाज में बदलाव लाने के लिए हमें अपने विचार साझा करने चाहिए और जिम्मेदारी से कार्य करना चाहिए।” इस प्रकार की कार्यशालाएं छात्रों में एक नई सोच और समझ विकसित करने में मदद करती हैं।

कार्यक्रम के अंत में, महाविद्यालय के प्राचार्य ने सभी विशेषज्ञों और छात्रों का धन्यवाद किया और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन भविष्य में भी जारी रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्राप्त करना नहीं है, बल्कि समाज के प्रति एक सकारात्मक योगदान देना भी है।

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समाज में युवाओं का योगदान: एक आवश्यकता

आज के समय में, जब हमारे समाज में कई प्रकार की समस्याएं हैं, युवाओं का योगदान अत्यंत आवश्यक है। वे न केवल अपने विचारों से, बल्कि अपने कार्यों के माध्यम से भी समाज में बदलाव ला सकते हैं। कार्यशालाओं जैसे आयोजनों के माध्यम से, उन्हें यह समझने का अवसर मिलता है कि वे कैसे समाज में योगदान कर सकते हैं।

युवाओं को चाहिए कि वे अपनी शिक्षा के साथ-साथ समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को भी समझें। इस दिशा में कार्यशालाएं और सेमिनार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे युवाओं को ना केवल जागरूक करते हैं, बल्कि उन्हें समाज के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा भी देते हैं।

इस प्रकार, रामटहल चौधरी महाविद्यालय में आयोजित कार्यशाला ने यह साबित कर दिया कि आज के युवा समाज के निर्माण में कितने महत्वपूर्ण हैं। उनके विचारों और दृष्टिकोण से ही हम एक बेहतर और समृद्ध समाज की ओर बढ़ सकते हैं।

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कपिल शर्मा 'जागरण न्यू मीडिया' (Jagran New Media) और अमर उजाला में बतौर पत्रकार के पद पर कार्यरत कर चुके है अब ये खबर २४ लाइव के साथ पारी शुरू करने से पहले रिपब्लिक भारत... Read More

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