दिल्ली एनसीआर में छात्रों के बीच वाद-विवाद और वाचन प्रतियोगिता का आयोजन
झुमरी तिलैया में किडजी विद्यालय ने सोमवार को कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए एक विशेष हिंदी एवं अंग्रेजी वाद-विवाद और वाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चों के संवाद कौशल को बढ़ावा देना और उन्हें मंच पर अपनी आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित करना था। प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने विभिन्न हाउसों की ओर से भाग लिया और अपने विचारों को प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों ने इस अवसर का आनंद लेते हुए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता के दौरान बच्चों ने अपने-अपने विषयों पर गहन विचार किए और अपने विचारों को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया। शिक्षकों ने बताया कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं बच्चों में आत्मविश्वास और संचार कौशल को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। बच्चों ने अपनी रचनात्मकता और विचारों को साझा करते हुए इस प्रतियोगिता को सफल बनाया।
तंबाकू मुक्त युवा अभियान का आयोजन
कोडरमा में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 के तहत पीएम श्री उत्क्रमित उच्च विद्यालय, ढाब, चंदवारा में एक जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को तंबाकू और मादक पदार्थों के सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना था। विद्यार्थियों को क्षय रोग (टीवी) के प्रति भी जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के दौरान एक स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने तंबाकू के खिलाफ अपने विचारों को प्रस्तुत किया। इस प्रतियोगिता में पहले तीन उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कार प्रदान किया गया, जबकि अन्य सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार दिए गए। जिला परामर्शित दीपेश कुमार ने बताया कि तंबाकू सेवन से न केवल स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, बल्कि यह आर्थिक दृष्टि से भी परिवार के लिए हानिकारक है। इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक होते हैं।
तंबाकू और मादक पदार्थों के सेवन के दुष्प्रभाव
- स्वास्थ्य पर प्रभाव: तंबाकू का सेवन अनेक प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकता है, जैसे कैंसर, हृदय रोग, और फेफड़ों की समस्याएं।
- आर्थिक हानि: तंबाकू उत्पादों पर खर्च होने वाली राशि परिवार की अन्य आवश्यकताओं पर खर्च की जा सकती है।
- समाजिक प्रभाव: तंबाकू सेवन से व्यक्ति की सामाजिक स्थिति पर भी नकारात्मक असर पड़ता है।
कार्यक्रम के अंत में सभी छात्र-छात्राओं ने जीवन पर्यन्त तंबाकू पदार्थों का सेवन न करने की शपथ ली। यह शपथ उनके स्वास्थ्य के प्रति जिम्मेदारियों को दर्शाती है और उन्हें एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करती है।
इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों को जागरूक करते हैं, बल्कि उन्हें एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित करते हैं। विद्यालयों में इस तरह के आयोजन से छात्रों में सकारात्मक सोच विकसित होती है, जो उनके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।
दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में इस प्रकार के कार्यक्रमों की आवश्यकता है ताकि युवा पीढ़ी को तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों से दूर रखा जा सके और उन्हें एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जा सके।























