रामगढ़ जिले में कार्तिक पूर्णिमा का भव्य आयोजन
रामगढ़ जिले के रजरप्पा मंदिर में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर एक भव्य गंगा महाआरती का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन मां छिन्नमस्तिका सेवा समिति द्वारा किया गया, जिसमें भजन संध्या और भोग वितरण भी शामिल था। यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर था, जिसमें उन्होंने मां गंगा और मां छिन्नमस्तिका की आराधना की।
श्रद्धालुओं की भारी संख्या में भागीदारी
इस अवसर पर दूर-दराज से हजारों श्रद्धालु पहुंचे। श्रद्धालुओं ने मां गंगा और मां छिन्नमस्तिका के चरणों में दीपदान किया और महाआरती में सक्रिय रूप से भाग लिया। यह दृश्य अत्यंत भव्य और प्रेरणादायक था, जो सभी के मन में आध्यात्मिकता का संचार कर रहा था।
भव्य झांकी और मनमोहक प्रस्तुतियां
गंगा आरती के दौरान स्थानीय कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। प्रसिद्ध भजन गायिका शालिनी दुबे और झारखंड के गायक विवेक नायक ने अपने भक्ति संगीत से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। इस अवसर पर जमशेदपुर की झांकी टीम द्वारा प्रस्तुत भव्य झांकी कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा, जो न केवल श्रद्धालुओं के लिए मनोरंजन का साधन बना, बल्कि धार्मिक भावनाओं को भी प्रगाढ़ किया।
भोग वितरण और प्रसाद सेवा
कार्यक्रम के समापन के बाद, हजारों श्रद्धालुओं के लिए भोग वितरण और प्रसाद सेवा की विशेष व्यवस्था की गई थी। आयोजक समिति ने बताया कि इस भव्य आयोजन का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के प्रति जागरूकता फैलाना है। यह पहल सभी को प्रेरित करती है कि वे अपने चारों ओर के पर्यावरण की रक्षा करें और जल का सहेज कर उपयोग करें।
आयोजन का महत्व और संदेश
इस प्रकार के आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि समाज में एकता और सामूहिकता का संदेश भी देते हैं। धार्मिक आस्था के साथ-साथ, ये आयोजन हमें हमारे पर्यावरण और जल के प्रति जागरूक भी करते हैं। आने वाले समय में इस प्रकार के आयोजनों का महत्व और भी बढ़ने की संभावना है, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा।
निष्कर्ष
रामगढ़ जिले में आयोजित यह गंगा महाआरती धार्मिक आस्था का एक अद्भुत उदाहरण है। इसने न केवल श्रद्धालुओं को एक साथ लाने का कार्य किया, बल्कि जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का भी प्रयास किया। इस प्रकार के आयोजन हमारे समाज में एक नई चेतना का संचार करते हैं और सभी को एकजुट होकर अपने पर्यावरण की रक्षा करने के लिए प्रेरित करते हैं।






















