कोडरमा जिले में फूड पॉइजनिंग का मामला, एक ही परिवार के पांच सदस्य बीमार
कोडरमा जिले के डोमचांच प्रखंड स्थित बेहराडीह गांव में एक **चिंताजनक घटना** सामने आई है, जहां एक ही परिवार के **पांच सदस्यों** को फूड पॉइजनिंग का शिकार होना पड़ा। इस घटना के बाद सभी पीड़ितों को **कोडरमा सदर अस्पताल** में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। चिकित्सकों के अनुसार, सभी की स्थिति अब स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं।
खाने के बाद बिगड़ी तबीयत
घटना की जानकारी के अनुसार, पीड़ित परिवार ने हाल ही में **चावल और लिट्टी** का भोजन किया था। भोजन के कुछ ही समय बाद उनके स्वास्थ्य में अचानक गिरावट देखने को मिली। सभी को **उल्टी और दस्त** की समस्या का सामना करना पड़ा। प्रारंभिक स्तर पर, परिवार के सदस्यों ने घरेलू उपचार का सहारा लिया, लेकिन जब उनकी स्थिति बिगड़ने लगी, तो उन्होंने अस्पताल जाने का निर्णय लिया।
18 वर्षीय **रीना कुमारी** ने बताया कि खाना खाने के तुरंत बाद उन्हें **पेट में दर्द** और उल्टी की समस्या महसूस हुई। इसके कुछ ही समय बाद, परिवार के अन्य सदस्यों में भी वही लक्षण दिखाई देने लगे। शुरुआत में, परिवार ने घरेलू नुस्खों का प्रयास किया, लेकिन जब कोई राहत नहीं मिली, तो वे नजदीकी चिकित्सक के पास गए। वहां भी दवा लेने के बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ, जिससे मजबूर होकर उन्हें रात में अस्पताल लाना पड़ा।
स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई
फूड पॉइजनिंग की पुष्टि होने के बाद, बीमार पड़े लोगों में **कंचन देवी** (40 वर्ष), उनकी बेटियां **स्वीटी कुमारी** (13 वर्ष), **रोशनी कुमारी** (16 वर्ष), **रीना कुमारी** (18 वर्ष) और 9 वर्षीय **अस्मित राजवंश** शामिल हैं। इस घटना की जानकारी फैलते ही गांव में **अफरा-तफरी** मच गई। आसपास के लोग अस्पताल पहुंचे और परिवार का हाल जानने का प्रयास किया।
डॉक्टरों ने जानकारी दी है कि प्रारंभिक जांच में फूड पॉइजनिंग की पुष्टि की गई है। घटना की सूचना मिलते ही **स्वास्थ्य विभाग की टीम** गांव पहुंची और खाने के बचे हुए अंशों का नमूना लिया। यह जांच इस बात की पुष्टि करेगी कि भोजन में कौन-सी सामग्री थी, जिससे इस परिवार को समस्या का सामना करना पड़ा।
फूड पॉइजनिंग के कारण और सावधानियाँ
फूड पॉइजनिंग एक गंभीर समस्या है जो कई कारणों से हो सकती है। इसमें **साल्मोनेला, ई. कोलाई** और अन्य बैक्टीरिया शामिल होते हैं, जो दूषित भोजन या पानी के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए कुछ **सावधानी बरतने** की आवश्यकता होती है:
- खाना पकाने से पहले हाथों को अच्छी तरह धोना चाहिए।
- खाने को हमेशा अच्छी तरह पकाना चाहिए।
- खाने के बचे हुए अंशों को सही तरीके से स्टोर करना चाहिए।
- दूषित पानी का सेवन करने से बचना चाहिए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यदि किसी को फूड पॉइजनिंग के लक्षण महसूस होते हैं, तो उसे तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि हमें अपने भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
समापन
बेहराडीह गांव में घटित यह घटना न केवल पीड़ित परिवार के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक चेतावनी है। सभी को इस प्रकार की समस्याओं से बचने के लिए सजग रहना चाहिए और स्वास्थ्य से संबंधित सावधानियों का पालन करना चाहिए। बीमार परिवार के सदस्यों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की जाती है।























