झारखंड में ई-रक्तकोश बीबीएमएस पोर्टल का सफल प्रशिक्षण
झारखंड में ई-रक्तकोश बीबीएमएस (ब्लड बैंक मैनेजमेंट सिस्टम) पोर्टल का दूसरा दिन का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन रक्त केंद्रों के कर्मचारियों के लिए किया गया था, जिसमें उन्हें लैब एवं सिस्टम पर हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग प्रदान की गई। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को सॉफ्टवेयर से जुड़ी तकनीकी समस्याओं के समाधान के तरीकों से अवगत कराया गया, ताकि वे पोर्टल का बेहतर तरीके से उपयोग कर सकें।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य झारखंड के सभी ब्लड सेंटर्स में ई-रक्तकोश बीबीएमएस प्रणाली के संचालन को सुचारू बनाना है। इसके तहत रक्तदान, संग्रहण और वितरण की प्रक्रियाओं को सटीक और प्रभावी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रशिक्षण में भाग ले रहे कर्मचारियों ने इस प्रणाली के उपयोग से होने वाले फायदों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
यूजर आईडी और पासवर्ड की उपलब्धता
प्रशिक्षण के अंतर्गत सभी रक्त केंद्रों को यूजर आईडी और पासवर्ड उपलब्ध करा दिए गए हैं। इससे वे बुधवार से बीबीएमएस पोर्टल का उपयोग शुरू कर सकेंगे। यह कदम राज्य में रक्त केंद्रों के बीच प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।
इस प्रणाली के तहत, रक्त केंद्रों को 24 घंटे तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए छह मास्टर ट्रेनर्स को नामित किया गया है। ये मास्टर ट्रेनर्स सभी रक्त केंद्रों को आवश्यक तकनीकी सहयोग और मार्गदर्शन देंगे, जिससे उन्हें किसी भी तरह की समस्या का शीघ्र समाधान मिल सके।
प्रशिक्षण का महत्व
इस प्रशिक्षण का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है, क्योंकि झारखंड में रक्तदान की कमी एक गंभीर मुद्दा है। ई-रक्तकोश बीबीएमएस प्रणाली के माध्यम से रक्त की उपलब्धता को बढ़ाने और रक्तदान को प्रोत्साहित करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल रक्त केंद्रों का प्रबंधन बेहतर होगा, बल्कि जरूरतमंद मरीजों को भी समय पर रक्त मिल सकेगा।
- प्रशिक्षण में शामिल कर्मचारियों को तकनीकी समस्याओं के समाधान के तरीके सिखाए गए।
- सभी रक्त केंद्रों को यूजर आईडी और पासवर्ड उपलब्ध कराए गए हैं।
- छह मास्टर ट्रेनर्स को तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए नामित किया गया है।
- प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य रक्तदान, संग्रहण और वितरण की प्रक्रियाओं को सुचारू बनाना है।
झारखंड में यह पहल केवल तकनीकी दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इससे रक्तदान की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा और लोग जागरूक होंगे। ई-रक्तकोश बीबीएमएस प्रणाली की सफलता, रक्त केंद्रों के समुचित प्रबंधन और मरीजों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवश्यक है।
इस प्रकार, झारखंड का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल तकनीकी बदलाव का प्रतीक है, बल्कि यह स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। इससे यह उम्मीद की जा सकती है कि राज्य में रक्तदान की स्थिति में सुधार होगा और समय पर रक्त उपलब्धता सुनिश्चित होगी।





















