Banquet Hall: गीला-सूखा कूड़ा मिलाने पर रद्द होगा लाइसेंस

सारांश

दिल्ली-एनसीआर में कूड़ा प्रबंधन की नई नीति राजधानी रांची में हाल ही में आयोजित एक बैठक में निगम अधिकारियों ने मैरिज-बैंक्वेट हॉल संचालकों को चेतावनी दी है कि यदि वे गीला और सूखा कूड़ा मिलाकर देते हैं, तो उनके लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे। यह निर्णय पर्यावरण संरक्षण और कूड़ा प्रबंधन की दिशा में एक […]

kapil6294
Nov 05, 2025, 9:40 AM IST

दिल्ली-एनसीआर में कूड़ा प्रबंधन की नई नीति

राजधानी रांची में हाल ही में आयोजित एक बैठक में निगम अधिकारियों ने मैरिज-बैंक्वेट हॉल संचालकों को चेतावनी दी है कि यदि वे गीला और सूखा कूड़ा मिलाकर देते हैं, तो उनके लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे। यह निर्णय पर्यावरण संरक्षण और कूड़ा प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि रांची में गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग करके ही देना होगा, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में, निगम के अधिकारियों ने कहा कि झिरी में स्थापित गेल इंडिया के प्लांट के लिए प्रतिदिन कूड़े का सही प्रबंधन आवश्यक है। इसके लिए बैंक्वेट हॉल संचालकों को उनकी जिम्मेदारियों का पालन करने की आवश्यकता है। अगर प्रदूषण नियंत्रण और स्वच्छता के मानकों का पालन नहीं किया गया, तो संबंधित संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

बैठक में उठी मुख्य चिंताएं

बैठक के दौरान, कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। निगम अधिकारियों ने संचालकों को समझाया कि:

  • कूड़ा प्रबंधन: गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित करना अनिवार्य है।
  • स्वच्छता के मानक: सभी बैंक्वेट हॉल को स्वच्छता और गुणवत्ता के मानकों का पालन करना होगा।
  • कानूनी कार्रवाई: नियमों का उल्लंघन करने पर लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दी गई है।

इसके अलावा, अधिकारियों ने संचालकों को यह भी बताया कि अगर वे कूड़े के सही प्रबंधन में असफल रहते हैं, तो उन्हें भारी आर्थिक दंड और कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह कदम न केवल पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए है, बल्कि शहर की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है।

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संचालकों की प्रतिक्रियाएं

बैंक्वेट हॉल संचालकों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है, लेकिन कुछ ने चिंता व्यक्त की है कि इस नई नीति को लागू करने में चुनौतियाँ आ सकती हैं। एक संचालक ने कहा, “हमें अपने कर्मचारियों को सही तरीके से प्रशिक्षित करना होगा ताकि वे कूड़े को सही तरीके से अलग कर सकें। हमें उम्मीद है कि निगम हमारी मदद करेगा।”

दूसरे संचालक ने कहा कि वे इस नियम का पालन करने के लिए तत्पर हैं, लेकिन उन्हें उचित संसाधनों की आवश्यकता होगी। उन्होंने यह भी कहा कि निगम को इस दिशा में उचित दिशा-निर्देश और सुविधाएँ प्रदान करनी चाहिए।

निगम की आगे की योजनाएं

निगम ने यह भी घोषणा की है कि वे जल्द ही एक व्यापक अभियान शुरू करेंगे, जिसमें शहर के सभी बैंक्वेट हॉल और मैरिज हॉल संचालकों को कूड़ा प्रबंधन के सही तरीकों के बारे में शिक्षित किया जाएगा। इसके अलावा, निगम ने यह सुनिश्चित करने के लिए निगरानी तंत्र स्थापित करने की योजना बनाई है कि सभी संचालक नियमों का पालन कर रहे हैं।

अधिकारियों का कहना है कि इस नए नियम का उद्देश्य केवल कूड़े के प्रबंधन को सुधारना नहीं है, बल्कि सभी नागरिकों को एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना भी है। यदि सभी संचालक नियमों का पालन करते हैं, तो यह न केवल शहर की स्वच्छता में योगदान करेगा, बल्कि एक स्वस्थ भविष्य के निर्माण में भी मदद करेगा।

निष्कर्ष

दिल्ली-एनसीआर में कूड़ा प्रबंधन की यह नई नीति एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में है, बल्कि समाज को भी जागरूक करने का एक प्रयास है। सभी मैरिज-बैंक्वेट हॉल संचालकों को इस नीति का पालन करना चाहिए और निगम के साथ सहयोग करना चाहिए ताकि रांची को एक स्वच्छ और स्वस्थ शहर बनाया जा सके।

अंत में, यह जरूरी है कि सभी नागरिक भी इस पहल में सहयोग करें ताकि हम मिलकर अपने शहर को साफ-सुथरा बना सकें।


कपिल शर्मा 'जागरण न्यू मीडिया' (Jagran New Media) और अमर उजाला में बतौर पत्रकार के पद पर कार्यरत कर चुके है अब ये खबर २४ लाइव के साथ पारी शुरू करने से पहले रिपब्लिक भारत... Read More

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