गिरिडीह में अवैध कोयला तस्करी पर भारी कार्रवाई
गिरिडीह जिले में अवैध कोयला तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए मंगलवार को पुलिस और प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई की। इस कार्रवाई का नेतृत्व एसडीएम श्रीकांत यशवंत विस्पुते और एसडीपीओ जीतवाहन उरांव ने किया। सुबह से ही सीसीएल कोलियरी क्षेत्र के कबरीबाद और आस-पास के इलाकों में यह अभियान शुरू किया गया।
कबरीबाद में कार्रवाई करने को पहुंची टीम
इस दौरान, पुलिस टीम ने मौके से **20 टन** से अधिक अवैध कोयला और तस्करी में इस्तेमाल की जा रही **पांच मोटरसाइकिलें** जब्त कीं। सभी जब्त वाहनों को मुफस्सिल थाना लाया गया। हालांकि, पुलिस की गतिविधियों की भनक लगते ही तस्कर मौके से फरार हो गए। प्रशासन ने कई संदिग्धों की पहचान कर ली है और उनकी जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद जताई है।
कबरीबाद का अवैध कोयला कारोबार
जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से कबरीबाद और उसके आसपास के क्षेत्रों में अवैध खनन और कोयला चोरी का धंधा तेजी से बढ़ रहा था। स्थानीय स्तर पर कई छोटे-बड़े गिरोह सक्रिय थे, जो रात के अंधेरे में कोयला निकालकर ट्रैक्टर, बाइक और छोटे वाहनों से उनकी तस्करी करते थे। प्रशासन को लगातार इस अवैध गतिविधि की गुप्त सूचनाएं मिल रही थीं, जिसके आधार पर पुलिस और सीसीएल प्रबंधन ने यह संयुक्त अभियान चलाया।
छापेमारी के दौरान, टीम ने कोलियरी के विभिन्न मार्गों और छिपे स्थानों पर सघन तलाशी ली। इस कार्रवाई से तस्करों में हड़कंप मच गया है।

कार्रवाई की भनक लगते ही तस्कर भाग खड़े हुए।
प्रशासन की सख्ती से तस्करों में हड़कंप
एसडीएम श्रीकांत यशवंत विस्पुते ने बताया कि माइनिंग क्षेत्र से बड़े पैमाने पर अवैध कोयला तस्करी की सूचना मिल रही थी। उन्होंने कहा कि प्रशासन किसी भी कीमत पर अवैध खनन और तस्करी को बर्दाश्त नहीं करेगा। जिले में लगातार निगरानी बढ़ा दी गई है और कोयला माफियाओं की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई के बाद इलाके के अवैध कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।
अभियान का विस्तार होने की संभावना
एसडीपीओ जीतवाहन उरांव ने कहा कि गिरिडीह पुलिस अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए इस अभियान को और तेज करेगी। आने वाले दिनों में जिले के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी ताकि कोयला माफियाओं पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके।

पुलिस ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।
उन्हें यह भी बताया गया कि पुलिस अब खनन स्थलों के आसपास गश्त बढ़ाएगी और संलिप्त लोगों की संपत्तियों की भी जांच कराएगी। प्रशासन का यह सख्त रुख साफ संकेत देता है कि जिले में अवैध कोयला कारोबार अब नहीं चल पाएगा। इस अभियान से स्थानीय लोगों में भी सुरक्षा का अहसास होगा और अवैध गतिविधियों में कमी आएगी।






















