कोडरमा जिले में गंभीर श्रमिक दुर्घटना, घायल कर्मी की हालत नाजुक
कोडरमा जिले के जयनगर थाना क्षेत्र में स्थित बांझेडीह पावर प्लांट (केटीपीएस) में बुधवार सुबह एक गंभीर हादसा घटित हुआ। इस घटना में 35 वर्षीय कर्मी प्रकाश यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रकाश यादव सिंगारडीह गांव के निवासी हैं और प्लांट के कोयला रैक पॉइंट पर कार्यरत थे।
हादसे का कारण और घटनास्थल की स्थिति
प्रकाश यादव उस समय मालगाड़ी की बोगियों को अलग करने का काम कर रहे थे, ताकि कोयला उतारा जा सके। अचानक, एक होज पाइप मालगाड़ी से निकलकर उनके चेहरे से टकरा गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। यह घटना इतनी अचानक हुई कि किसी को भी समझ में नहीं आया और प्रकाश को तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता हो गई।
चिकित्सा सहायता में देरी ने बढ़ाई चिंता
घटना के बाद, मौके पर मौजूद अन्य कर्मियों ने मदद के लिए आवाज लगाई, लेकिन एम्बुलेंस को घटनास्थल तक पहुंचने में आधे घंटे से अधिक का समय लगा। इस देरी के कारण प्रकाश की स्थिति और गंभीर हो गई। उन्हें तुरंत सदर अस्पताल, कोडरमा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें रिम्स, रांची रेफर कर दिया।
परिवार और स्थानीय कर्मचारियों की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलने के बाद प्रकाश यादव की पत्नी और अन्य परिजन अस्पताल पहुंचे। वहां जाकर जब उन्होंने प्रकाश की हालत देखी, तो उनके आँसू थम नहीं सके। स्थानीय कर्मचारियों ने एम्बुलेंस की देरी को लेकर प्लांट प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। हादसे के तुरंत बाद प्लांट परिसर में कर्मचारियों के बीच आक्रोश देखने को मिला, और उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की।
प्रशासनिक जांच की प्रक्रिया
इस घटना के बाद, प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले में पूरी गंभीरता से जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया गया है।
सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
इस हादसे ने एक बार फिर से श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं। उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त नियमों और उचित प्रशिक्षण की आवश्यकता है। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे मामलों में तत्परता से कार्रवाई करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
निष्कर्ष
कोडरमा जिले में हुए इस हादसे ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि औद्योगिक सुरक्षा में सुधार की आवश्यकता है। सभी संबंधित पक्षों को मिलकर काम करना होगा ताकि श्रमिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।























