कोरबा में छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर छात्रों की भव्य रैली
कोरबा, छत्तीसगढ़: तरदा के वात्सल्य पब्लिक स्कूल के छात्रों ने छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक भव्य रैली का आयोजन किया। इस रैली में छात्रों ने अपनी प्रतिभा और संस्कृति का प्रदर्शन करते हुए पारंपरिक वेशभूषा में भाग लिया। यह आयोजन राज्य की रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में किया गया, जो कि छात्रों के लिए एक विशेष अवसर था।
इस रैली का उद्देश्य न केवल राज्य की स्थापना के महत्व को उजागर करना था, बल्कि छात्रों में सांस्कृतिक जागरूकता और एकता की भावना को भी बढ़ावा देना था। रैली का आयोजन स्थानीय सार्वजनिक मंच पर किया गया, जहां छात्रों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया। इन कार्यक्रमों में नृत्य, गीत और नाटक शामिल थे, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देने वाले थे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
रैली के दौरान छात्रों ने अपने अद्भुत प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। पारंपरिक छत्तीसगढ़ी वेशभूषा में सजे-संवरे छात्र-छात्राएं मंच पर उतरे और उन्होंने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपराओं को जीवंत किया। इस अवसर पर स्कूल के शिक्षकों और अभिभावकों ने भी भाग लिया और छात्रों का उत्साह बढ़ाया।
- छात्रों ने छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य प्रस्तुत किए, जो दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रिय हुए।
- गायन प्रतियोगिता में छात्रों ने स्थानीय गीतों को गाकर सबका मन मोह लिया।
- नाटक में छात्रों ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और इतिहास को दर्शाते हुए एक कहानी प्रस्तुत की।
कार्यक्रम के आयोजन में शिक्षकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही। उन्होंने छात्रों को तैयार करने और उन्हें प्रेरित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस रैली ने छात्रों को न केवल मनोरंजन का अवसर दिया, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाया। रैली के दौरान छात्रों की ऊर्जा और उत्साह ने सभी को आकर्षित किया।
स्थानीय समुदाय का समर्थन
रैली में स्थानीय समुदाय के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गांव के लोग अपने बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को देखने के लिए उत्सुक थे और उन्होंने कार्यक्रम के दौरान उत्साहपूर्वक तालियां बजाईं। यह नजारा दर्शाता है कि समुदाय अपने बच्चों के प्रति कितना समर्थन और प्यार दर्शाता है।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन न केवल सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने में सहायक है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक करने में भी मदद करता है। ऐसे आयोजनों से बच्चों में न केवल सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ती है, बल्कि उन्हें अपने राज्य के प्रति गर्व भी महसूस होता है।
निष्कर्ष
तरदा के वात्सल्य पब्लिक स्कूल में आयोजित रैली ने यह साबित कर दिया कि युवा पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक जड़ों को नहीं भुला रही है। इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों को उनकी संस्कृति और विरासत के प्रति जागरूक करते हैं और उन्हें अपने राज्य की पहचान में गर्व महसूस कराते हैं। इस रैली के माध्यम से विद्यार्थियों ने एकता, संस्कृति और समर्पण का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया, जो निश्चित रूप से आने वाले समय में भी याद किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना का यह साल छात्रों और स्थानीय समुदाय के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव साबित हुआ है। इस प्रकार के आयोजन न केवल यादगार होते हैं, बल्कि यह बच्चों को एक नई दिशा भी प्रदान करते हैं।





















