बिलासपुर रेल हादसे के बाद राजनीति गरमाई
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में गतौरा रेलवे स्टेशन पर सोमवार देर रात एक दर्दनाक रेल हादसा हुआ, जिसके बाद राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। इस हादसे में कई यात्रियों की जान चली गई और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। कांग्रेस पार्टी ने सरकार से मुआवजे और मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
कांग्रेस की मुआवजे की मांग
कांग्रेस पार्टी ने मृतकों के परिवारों के लिए 1 करोड़ रुपए के मुआवजे, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, और घायलों को 10 लाख रुपए का मुआवजा एवं मुफ्त इलाज देने की मांग की है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि यह हादसा रेलवे विभाग की गंभीर लापरवाही का नतीजा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह मामला रेलवे कर्मचारियों के बीच समन्वय की कमी का परिणाम है।
हादसे की गंभीरता पर उठे सवाल
कांग्रेस ने यह भी सवाल उठाया कि कैसे कोयले से भरी मालगाड़ी उस ट्रैक पर पहुंच गई, जिस पर पैसेंजर ट्रेन भी चल रही थी। उन्होंने यह भी पूछा कि पैसेंजर ट्रेन के ड्राइवर को इस खतरे का संकेत क्यों नहीं मिला। पार्टी ने मांग की है कि इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
पूर्व विधायक की अपील
पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और उन्होंने सरकार से अपील की है कि मृतकों के परिवार को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए और घायलों के इलाज की जिम्मेदारी ली जाए। उन्होंने कहा कि जो लोग उपचार करा रहे हैं, उन्हें भी उचित मुआवजा मिलना चाहिए और उन्हें अच्छे अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए।
दर्दनाक रेल हादसे की जानकारी
इस रेल हादसे ने मुंबई-हावड़ा मार्ग पर यातायात को ठप कर दिया है। गेवरा रोड से बिलासपुर की ओर आ रही एक पैसेंजर ट्रेन की टक्कर एक मालगाड़ी से हो गई। यह हादसा बिलासपुर-कटनी रेल मार्ग के व्यस्ततम खंड में गतौरा और बिलासपुर स्टेशन के बीच लाल खदान के पास शाम करीब चार बजे हुआ। बताया जा रहा है कि दोनों ट्रेनें एक ही ट्रैक पर थीं, और टक्कर इतनी जोरदार थी कि कई बोगियां क्षतिग्रस्त हो गईं।
राहत और बचाव कार्य का प्रारंभ
हादसे की जानकारी मिलते ही रेलवे और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया। घायलों को पास के सिम्स अस्पताल और बिलासपुर के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश और मंडल रेल प्रबंधक राजमल खोईवाल भी घटनास्थल पर मौजूद हैं और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित
इस हादसे के कारण बिलासपुर-कटनी मार्ग और हावड़ा रूट की कई ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है या उन्हें डायवर्ट किया गया है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
आगामी कदम और अपेक्षाएँ
इस तरह के हादसे से सबक लेते हुए, कांग्रेस पार्टी और अन्य राजनीतिक दलों ने रेलवे सुरक्षा में सुधार की मांग की है। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे को अधिक जिम्मेदार और संवेदनशील होना चाहिए।
इस हादसे ने न केवल यात्रियों के जीवन को प्रभावित किया है बल्कि राजनीतिक माहौल को भी गरमा दिया है। सभी की निगाहें अब इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और मुआवजे की प्रक्रिया पर टिकी हैं।

























