मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में पोते द्वारा दादी की हत्या का सनसनीखेज मामला
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पोते ने अपनी ही दादी की हत्या कर दी। यह दुखद घटना 2 नवंबर को ग्राम घोड़घरा में हुई। आरोपी दीपक सिंह, जो 40 वर्ष का है, अपनी दादी बती बाई (62 साल) के घर गया था। बताया जा रहा है कि दादी ने घर पर शराब बनाई थी, लेकिन एकादशी त्योहार होने के कारण दीपक ने शराब पीने की इच्छा जताई, जिसे दादी ने मना कर दिया। इस मना करने पर दीपक ने गुस्से में आकर दादी की हत्या कर दी।
घटनास्थल की जांच और पुलिस की कार्रवाई
यह घटना जनकपुर थाना क्षेत्र में घटित हुई। आरोपी ने बती बाई के सिर पर लोहे के सब्बल से तीन बार वार किया, जिससे वह अधमरी हो गईं। इसके बाद दीपक ने कुल्हाड़ी से भी वार किया, जिससे उनकी जान चली गई। हत्या के बाद आरोपी दीपक भागकर मध्य प्रदेश चला गया, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। घटना की सूचना गांव के सरपंच ने जनकपुर पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।
पुलिस ने वारदात के बाद बती बाई के सिर पर कई बार वार के निशान पाए। जांच में पता चला कि महिला की हत्या लोहे के सब्बल और कुल्हाड़ी से की गई थी। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया और जांच की प्रक्रिया शुरू की। दीपक के परिवार के लोग मौके पर मौजूद थे, लेकिन दीपक वहां नहीं था, जिससे पुलिस को उस पर संदेह हुआ। जब उससे फोन पर संपर्क किया गया, तो उसने अलग-अलग स्थानों पर होने की जानकारी दी, जिससे पुलिस का संदेह और गहरा हो गया।
आरोपी दीपक ने कबूली हत्या
पुलिस ने दीपक सिंह को शहडोल से हिरासत में लिया और जनकपुर ले आई। कड़ाई से पूछताछ करने पर दीपक ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि घटना के दिन उसने अपनी दादी के घर जाकर शराब मांगी थी, लेकिन दादी ने एकादशी के त्योहार के कारण मना कर दिया। इसके बाद दीपक गुस्से में आ गया और लोहे के सब्बल से दादी के सिर पर वार कर दिया। जब दादी अधमरी हो गईं, तो उसने कुल्हाड़ी से भी वार किया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के हथियारों का छिपाना और गिरफ्तारी
दीपक ने हत्या के बाद लोहे के सब्बल और टंगिया को नाले के पास छिपा दिया और शहडोल भाग गया। पुलिस ने आरोपी को शहर भर में घुमाया और इस दौरान उसने कहा कि ‘हत्या करना पाप है’। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त सब्बल और टंगिया बरामद कर लिए। दीपक सिंह को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
समाज में बढ़ती हिंसा पर सवाल
यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज में बढ़ती हिंसा और आपसी संबंधों में दरार को भी दर्शाती है। ऐसी घटनाएं समाज में चिंता का विषय बन जाती हैं और यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि किस प्रकार परिवार के भीतर भी सुरक्षा और आपसी विश्वास की कमी हो गई है।
निष्कर्ष
इस दुखद घटना ने मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के लोगों को हिलाकर रख दिया है। एक पोते द्वारा अपनी दादी की हत्या का मामला न केवल शर्मनाक है, बल्कि यह समाज में बढ़ती असामाजिक प्रवृत्तियों का भी संकेत है। हमें इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है और अपने परिवारों में आपसी सम्मान और समझदारी को बढ़ावा देने की दिशा में काम करना चाहिए।
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