भिलाई में महिला से छेड़छाड़ और मारपीट: दो युवकों की गिरफ्तारी
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई सेक्टर-9 में एक महिला के साथ हुई छेड़छाड़ और मारपीट के मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह घटना तब घटी जब आरोपियों ने एक 21 वर्षीय युवती को उसके घर जाते समय परेशान करना शुरू किया। युवती पर आरोपियों ने जबरदस्ती बाइक पर बैठाने की कोशिश की, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया।
यह मामला भिलाई नगर थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए 3 नवंबर 2025 को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने न सिर्फ उसे परेशान किया, बल्कि उसके बाल भी खींचे और पेट पर लात मारी। यह घटना महिलाओं की सुरक्षा के मामले में एक गंभीर चिंता का विषय है।
घटना का विवरण
पीड़िता ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि 2 नवंबर 2025 की रात लगभग 8:15 बजे वह भिलाई मेडिकल से दवाई लेकर अपने एक्टिवा पर घर लौट रही थी। इसी दौरान, सेक्टर-9 चौक के पास उसे दो युवक स्लेंडर बाइक (सीजी 07 सीएल 4907) से पीछा करने लगे। जब उसने बचने के लिए गली में मुड़ने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उसकी गाड़ी के सामने अपनी बाइक रोक दी।
इस दौरान, आरोपियों ने महिला के साथ गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। उन्होंने हाथ पकड़कर उसे जबरदस्ती अपनी बाइक पर बैठाने की कोशिश की और छेड़खानी की। जब महिला ने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने उसके बाल खींचे, और नाक, सिर, माथे और गाल पर मुक्के मारकर उसे घायल कर दिया। यह घटना दर्शाती है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों में कोई कमी नहीं आई है।
आरोपियों की पहचान
पुलिस ने दोनों आरोपियों की पहचान की है, जो कि सेक्टर-9 निवासी चंद्रमणी तांडी (21 वर्ष) और सेक्टर-7 निवासी अनुराग कुम्हार (20 वर्ष) हैं। घटना के दौरान, महिला की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। लोगों ने एक आरोपी को पकड़ लिया, जबकि दूसरा भागने में सफल रहा। पकड़े गए युवक ने अपना नाम अनुराग कुम्हार बताया और अपने साथी का नाम चंद्रमणी तांडी बताया।
पुलिस की कार्रवाई
पीड़िता की शिकायत पर थाना भिलाई नगर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और दोनों के खिलाफ अपराध दर्ज किया। पुलिस टीम ने 3 नवंबर 2025 को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद, उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। यह मामला केवल एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के प्रति समाज में व्याप्त हिंसा का एक उदाहरण है।
महिला सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता
इस प्रकार की घटनाएं समाज में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करती हैं। जहां एक ओर सरकार और पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई योजनाओं का संचालन कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर समाज में ऐसी मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है जो महिलाओं के प्रति हिंसा को सही ठहराती है।
महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने के लिए हमें सामूहिक रूप से कदम उठाने की आवश्यकता है। यह केवल पुलिस या सरकारी संस्थाओं की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज के हर सदस्य को इस दिशा में जागरूक होना होगा। महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकना सभी की जिम्मेदारी है और इसके लिए हमें एकजुट होकर प्रयास करने की आवश्यकता है।
इस घटना ने भिलाई में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से सवाल खड़ा किया है, और यह आवश्यक है कि पुलिस और प्रशासन इस दिशा में ठोस कदम उठाए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।























