मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण पर कांग्रेस का प्रशिक्षण कार्यक्रम
छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने हाल ही में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया को लेकर चिंता जताई है। उनका कहना है कि चुनाव आयोग ने इस प्रक्रिया में मतदाताओं पर जिम्मेदारी डाली है कि वे स्वयं को वैद्य साबित करें, जो कि अन्यायपूर्ण है। इस संदर्भ में, उन्होंने प्रदेश के मतदाताओं को सच्चाई से जोड़ने और उन्हें इस प्रक्रिया का सही ज्ञान देने की आवश्यकता पर बल दिया है।
इस मुद्दे पर चर्चा के लिए जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में एक विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सरगुजा जिले के सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं, संगठनात्मक ब्लॉक अध्यक्षों और नवगठित मंडलों के अध्यक्षों सहित अन्य पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण सत्र की अध्यक्षता टीएस सिंहदेव ने की, जहां SIR के प्रत्येक पहलू को विस्तार से समझाया गया।
प्रशिक्षण में उपस्थित कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता
कांग्रेस पार्टी के बूथ एजेंटों की सक्रियता
कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने बताया कि कांग्रेस ने सरगुजा जिले में 787 मतदान केन्द्रों पर शतप्रतिशत पार्टी के बूथ लेवल एजेंटों की नियुक्ति कर दी है। उन्होंने प्रशिक्षण में मौजूद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी और मंडल अध्यक्षों को निर्देशित किया कि बूथ लेवल एजेंटों को जनहित में SIR की प्रक्रिया में पूर्ण सक्रियता के साथ मतदाताओं की सहायता करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी मतदाता इस प्रक्रिया के महत्व को समझें और सही तरीके से अपनी जानकारी प्रस्तुत करें।
मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया
कांग्रेस प्रवक्ता अनूप मेहता ने इस प्रशिक्षण सत्र में बताया कि वर्ष 2003 के विशेष पुनरीक्षण में तैयार मतदाता सूची में यदि किसी मतदाता का या उसके माता-पिता का नाम है, तो उसे किसी अन्य दस्तावेज को गणना प्रपत्र के साथ देने की आवश्यकता नहीं है। इस संबंध में, 2003 में दर्ज नाम का एक्सट्रैक्ट निकालकर उसे गणना प्रपत्र के साथ संलग्न करना ही पर्याप्त होगा। इससे प्रक्रिया को सरल बनाने में मदद मिलेगी और मतदाता आसानी से अपने अधिकारों का उपयोग कर सकेंगे।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले भर से कांग्रेस कार्यकर्ता एवं बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) शामिल हुए और SIR की बारीकियों को समझा। यह कार्यक्रम न केवल पार्टी के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि प्रदेश के मतदाताओं के लिए भी एक जागरूकता अभियान का हिस्सा था।
निष्कर्ष
कांग्रेस पार्टी ने इस विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला के माध्यम से मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया को समझाने का प्रयास किया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी मतदाता अपनी सही जानकारी प्रस्तुत कर सकें और चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी कर सकें, कांग्रेस ने अपनी संगठनात्मक क्षमताओं को मजबूत किया है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से न केवल पार्टी की कार्यशैली में सुधार होगा, बल्कि मतदाता जागरूकता में भी वृद्धि होगी।























