सुकमा में मादक पदार्थों की तस्करी पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में मादक पदार्थों की अवैध तस्करी के खिलाफ पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। कोंटा थाने की पुलिस ने आंध्र प्रदेश सीमा के निकट एक अभियान के दौरान दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। इन तस्करों के पास से 16.3 किलो गांजा बरामद किया गया है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 1.63 लाख रुपये बताई जा रही है। यह कार्रवाई मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का एक हिस्सा है, जिसमें पुलिस ने तस्करों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं।
पुलिस को इस मामले की जानकारी एक मुखबिर के माध्यम से मिली थी, जिसमें बताया गया था कि ओडिशा के कालीमेला क्षेत्र से दो युवक बस के जरिए गांजा लेकर आंध्र प्रदेश जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर कोंटा थाना प्रभारी सलीम खाखा ने एक टीम का गठन किया और कोंटा बस स्टैंड तथा छत्तीसगढ़-आंध्र सीमा पर घेराबंदी की। तस्करों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस ने रणनीति बनाई और समय रहते कार्रवाई की।
तस्करों की भागने की कोशिश नाकाम
जैसे ही पुलिस ने घेराबंदी की, दो संदिग्ध युवकों ने पुलिस को देखकर अपने बैग फेंककर भागने की कोशिश की। लेकिन पुलिस के जवानों ने तत्परता से उन्हें पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान उनकी पहचान मोहम्मद रसूलबाबा (23) और टी. मोहन राव (22) के रूप में हुई, जो दोनों ही तेलंगाना के निवासी हैं।
पुलिस ने जब उनके बैग की तलाशी ली, तो उसमें से 16.3 किलो अवैध गांजा बरामद हुआ। इस मामले में पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20(ख)(ii)(ख) के तहत मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
पुलिस की सतर्कता और कार्रवाई
यह घटना इस बात का प्रमाण है कि सुकमा पुलिस मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कितनी सतर्क है। पुलिस ने इस तरह की अवैध गतिविधियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस प्रकार की कार्रवाइयां युवाओं को नशे के जाल में फंसने से रोकने में भी मदद करेंगी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, पुलिस इस मामले में और भी गहराई से जांच कर रही है ताकि तस्करी के नेटवर्क का पता लगाया जा सके। पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, जिससे तस्करों पर प्रभावी ढंग से नियंत्रण पाया जा सके।
निष्कर्ष
सुकमा जिले में हुई यह कार्रवाई न केवल मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी जीत है, बल्कि यह पुलिस की तत्परता और समर्पण का भी उदाहरण है। पुलिस विभाग का यह प्रयास समाज में नशे के प्रभाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस प्रकार की कार्रवाइयां न केवल तस्करों को पकड़ने में मददगार साबित होंगी, बल्कि युवाओं को नशे के खतरे से भी सुरक्षित रखेंगी।
आगे भी पुलिस इस दिशा में अपने प्रयास जारी रखेगी ताकि समाज को नशे की समस्या से मुक्त किया जा सके।























