छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर सृष्टि बिस्वास का कथक नृत्य प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर दुर्ग में आयोजित रजत महोत्सव समारोह के दूसरे दिन, भिलाई हुडको निवासी सृष्टि बिस्वास ने अपनी अद्भुत कथक नृत्य प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी भावपूर्ण और लयबद्ध प्रस्तुति ने समारोह में उपस्थित सभी लोगों का मन मोह लिया। सृष्टि की नृत्य कला ने इस महोत्सव को एक विशेष रंग में रंग दिया, जिससे समारोह की गरिमा और भी बढ़ गई।
सृष्टि बिस्वास ने अपनी कला के माध्यम से यह साबित कर दिया कि वह नृत्य जगत की एक उभरती हुई प्रतिभा हैं। उनके माता-पिता, सुशांत बिस्वास और सुनीता बिस्वास, ने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया है। इससे पहले भी सृष्टि ने कई प्रतिष्ठित महोत्सवों और नृत्य प्रतियोगिताओं में अपनी कला का प्रदर्शन किया है। उनकी प्रस्तुतियों को न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी काफी सराहना प्राप्त हुई है।
सृष्टि बिस्वास के अलंकरण और सम्मान
अपने नृत्य कौशल और कला के प्रति समर्पण के लिए सृष्टि बिस्वास को कई महत्वपूर्ण सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। इनमें कला रत्न अलंकरण, नृत्य इलामयिल, प्रणवम प्रतिभा अवार्ड और नवोदित प्रतिभा सम्मान शामिल हैं। ये सभी पुरस्कार उनकी मेहनत और प्रतिभा का प्रमाण हैं। राज्य स्थापना दिवस के इस विशेष अवसर पर उनका प्रदर्शन दुर्ग-भिलाई क्षेत्र के लिए एक गर्व का विषय बना।
सृष्टि का नृत्य केवल एक कला का प्रदर्शन नहीं, बल्कि यह उनकी मेहनत, लगन और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने अपने नृत्य के माध्यम से छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को भी आगे बढ़ाने का कार्य किया है। उनकी प्रस्तुति ने दर्शकों के दिलों में छाप छोड़ दी और उन्हें भविष्य में और भी बड़े मंचों पर देखने की उम्मीद जगाई।
आगामी कार्यक्रम और सृष्टि का भविष्य
सृष्टि बिस्वास का भविष्य काफी उज्जवल नजर आ रहा है। उनके द्वारा किए गए नृत्य प्रदर्शन ने उन्हें न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई है। आगामी दिनों में वे कई और कार्यक्रमों में भाग लेने की योजना बना रही हैं, जहां वे अपनी कला का और विस्तार करेंगी। कला के प्रति उनकी दीवानगी और मेहनत उन्हें सफलता की नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के समारोह में सृष्टि बिस्वास का प्रदर्शन यह दर्शाता है कि युवा प्रतिभाएँ अपनी कला के माध्यम से समाज को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ा सकती हैं। इस अवसर पर उनकी प्रस्तुति ने यह साबित कर दिया कि कला और संस्कृति की धारा हमेशा जीवित रहती है, भले ही समय और परिस्थितियाँ बदलती रहें।
सृष्टि बिस्वास की नृत्य यात्रा न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए प्रेरणादायक है। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने में मदद की है। आने वाले दिनों में उन्हें और भी सम्मान और पुरस्कार मिलने की संभावना है, जिससे वे और भी प्रेरित होकर अपनी कला को आगे बढ़ाएंगी।























