बलरामपुर में आबकारी विभाग का विवादास्पद मामला: ठेले वाले की पिटाई का वीडियो वायरल
बलरामपुर जिले में हाल ही में एक विवादित घटना सामने आई है, जहां आबकारी विभाग के उपनिरीक्षक नीरज साहू ने एक ठेले वाले को सड़क पर गिराकर मारा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें उपनिरीक्षक का व्यवहार देखकर लोग स्तब्ध हैं। वीडियो में नीरज साहू ठेले वाले सद्दाम खान का कॉलर पकड़कर उसे अपनी गाड़ी में धकेलते हुए दिखाई दे रहे हैं।
इस घटना के पीछे की कहानी यह है कि 35 वर्षीय व्यापारी सद्दाम खान पिछले डेढ़ साल से चना-बादाम का ठेला लगाकर अपना जीवन यापन कर रहा था। हाल ही में, क्षेत्र में स्थित एक शराब की दुकान को बस स्टैंड के नजदीक स्थानांतरित किया गया था, जिसके चलते आबकारी विभाग ने सद्दाम को ठेला हटाने की चेतावनी दी थी। जब व्यापारी ने चेतावनी को नजरअंदाज किया, तो विभाग ने बलपूर्वक कार्रवाई करने का निर्णय लिया।
वीडियो में दिखाई दे रही मारपीट की घटनाएं
4 नवंबर की दोपहर लगभग 2 बजे, उपनिरीक्षक नीरज साहू और सद्दाम खान के बीच कहासुनी हो गई। इस विवाद के दौरान उपनिरीक्षक ने सद्दाम के साथ मारपीट की, जिसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि सद्दाम के गले पर चोट के निशान भी मौजूद हैं। नीरज साहू उसे सड़क पर घसीटते हुए ले जाने का प्रयास करते हैं, जिसके कारण सद्दाम एक चार पहिया वाहन से टकराकर सड़क पर गिर जाता है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सद्दाम खान लंबे समय से बिना किसी परेशानी के बस स्टैंड पर अपना व्यापार कर रहा था। घटना के बाद से क्षेत्र में चर्चा का माहौल है और लोग इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों की नजर में, सद्दाम का व्यवहार शांतिपूर्ण रहा है और इस प्रकार की कार्रवाई को उचित नहीं माना जा रहा है।
कांग्रेस ने की कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद, जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अशोक सिंह राजू ने उपनिरीक्षक नीरज साहू की कार्रवाई की निंदा की है। उन्होंने कहा, “यह कार्रवाई बर्बरतापूर्ण थी और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हम मांग करते हैं कि उपनिरीक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और कठोर कार्रवाई की जाए।” इसके अलावा, कांग्रेस ने इस मामले में न्याय की भी मांग की है।
आबकारी उपनिरीक्षक नीरज साहू ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उन्होंने सद्दाम को कई बार चेतावनी दी थी कि वह ठेला न लगाए। उनका कहना है कि वे सद्दाम को चालानी कार्रवाई के लिए अपने कार्यालय ले जाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन व्यापारी ने जाने से इनकार कर दिया।
स्थानीय लोग और प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों का कहना है कि सद्दाम खान का व्यापार हमेशा से शांति के साथ चल रहा था और इस प्रकार की सरकारी कार्रवाई उन्हें समझ में नहीं आ रही है। लोगों का मानना है कि प्रशासन को इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इस घटना ने बलरामपुर जिले में प्रशासन और स्थानीय व्यापारियों के बीच एक खाई उत्पन्न कर दी है।
इस मामले में आगे की कार्रवाई का इंतज़ार है, जबकि वीडियो ने पूरे जिले में हंगामा मचा दिया है और क्षेत्र में लोग एकजुटता के साथ न्याय की मांग कर रहे हैं। अब यह देखना है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या उपनिरीक्षक नीरज साहू के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई की जाएगी।























