दुर्ग जिले में तेज रफ्तार कार ने गायों को रौंदा, पांच घायल
दुर्ग जिले में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसा पेश आया, जब एक तेज रफ्तार कार ने सड़क पर बैठी गायों को रौंद दिया। इस भयानक घटना में एक गर्भवती गाय का पैर टूट गया, जबकि चार अन्य गायों को भी गंभीर चोटें आई हैं। सभी घायल गायों का इलाज चल रहा है। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें कार की रफ्तार और उसके बाद का मंजर साफ दिखाई दे रहा है। यह घटना नेवई थाना क्षेत्र के कृष्णा टॉकीज रोड पर गुप्ता फर्नीचर के सामने सुबह लगभग 5 बजे हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गायें सड़क पर बैठी थीं, तभी एक तेज रफ्तार कार उन पर चढ़ गई। कार की गति इतनी तेज थी कि टक्कर के बाद वह हवा में उड़ती हुई नजर आई। बताया जा रहा है कि कार को एक महिला चला रही थी, जो कि नशे में थी। इस घटना ने न केवल गायों को घायल किया, बल्कि क्षेत्र के निवासियों में भी आक्रोश उत्पन्न कर दिया है। लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं और नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही और पुलिस का रुख
प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि टक्कर के बाद वह कुछ दूरी तक हवा में उड़ी। घटना के बाद स्थानीय लोग शोर मचाते हुए कार का पीछा करने की कोशिश की, लेकिन चालक तेजी से भागने में सफल रहा। वार्ड 23 के पार्षद धर्मेंद्र भगत ने भी घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि स्थानीय लोगों ने कार का पीछा करने का प्रयास किया, लेकिन वे असफल रहे। पुलिस ने अब तक कार चालक की पहचान नहीं की है।
पुलिस और पार्षद के अनुसार, घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। हालांकि, अधिकांश कैमरों का एंगल ऐसा है कि कार का नंबर प्लेट स्पष्ट नहीं दिख रहा है। कुछ फुटेज में कार तेज गति से गुजरती हुई दिखाई दे रही है। पुलिस अन्य कैमरों की फुटेज खंगालने में जुटी है ताकि आरोपी की पहचान की जा सके और उसे गिरफ्तार किया जा सके।
पुलिस कार्रवाई और स्थानीय लोगों की मांग
नेवई थाना प्रभारी ने बताया कि अभी तक इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस कार और उसके चालक की तलाश कर रही है। जैसे ही वाहन का नंबर और चालक की पहचान होती है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है, और वे मांग कर रहे हैं कि नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं।
पार्षद धर्मेंद्र भगत ने बताया कि घायल गायों का इलाज किया जा रहा है और नगर निगम से अनुरोध किया गया है कि सड़कों पर आवारा पशुओं की सुरक्षा और निगरानी के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इस घटना ने न केवल गायों को घायल किया है, बल्कि इससे स्थानीय समुदाय में भी चिंता बढ़ गई है। लोग यह समझने में असमर्थ हैं कि आखिरकार नशे में वाहन चलाना किस हद तक खतरनाक हो सकता है, और इसके परिणाम किस तरह के हो सकते हैं।
स्थानीय समुदाय की जिम्मेदारी
इस घटना ने यह सवाल भी उठाया है कि क्या स्थानीय प्रशासन आवारा पशुओं की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठा रहा है। स्थानीय निवासी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि आवारा पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखा जाए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। इसके अलावा, नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त नियम लागू करने की भी आवश्यकता महसूस की जा रही है।
इस घटना के बाद, यह स्पष्ट है कि सड़कों पर आवारा पशुओं की सुरक्षा और नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है। स्थानीय समुदाय के इस मुद्दे पर एकजुट होकर आवाज उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके।




















