कोण्डागांव में पारिवारिक विवाद ने लिया गंभीर मोड़, पुत्र ने पिता पर किया हमला
कोण्डागांव जिले के माकड़ी थाना क्षेत्र में एक चिंताजनक घटना सामने आई है, जहां एक पुत्र ने अपने पिता पर गंभीर हमला किया। यह घटना **4 नवंबर 2025** को हुई, जब पारिवारिक विवाद के चलते आरोपी पुत्र को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया। आरोपी संतुराम नेताम को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
घटना का विवरण
मिली जानकारी के अनुसार, ओटेण्डा प्लाटपारा निवासी **संतुराम नेताम** अक्सर शराब पीकर अपने परिवार के सदस्यों को धमकाता था। घटना के दिन, पिता **काशीराम नेताम** बैल चराकर घर लौटे थे और चाय पीने के बाद रिश्तेदार **गुड्डू मरकाम** के घर जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में संतुराम ने उन्हें रोककर चौखटनुमा लकड़ी से सिर, पैर और हाथ पर हमला कर दिया। इस हमले में काशीराम नेताम गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद काशीराम के सिर से खून बहने लगा, जिससे उनकी स्थिति गंभीर हो गई। ग्रामीणों ने तुरंत मदद की और उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माकड़ी ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें **जिला अस्पताल कोंडागांव** रेफर किया गया।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
घटना के बाद पुलिस ने प्रार्थी **बैजनाथ नेताम** की रिपोर्ट पर माकड़ी थाना में अपराध क्रमांक **43/2025** दर्ज किया। इस मामले में धारा **109, 127(1)** भा.दं.सं. के तहत कार्रवाई की गई। पुलिस ने आरोपी संतुराम नेताम को हिरासत में लिया और पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान संतुराम ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। इसके बाद **5 नवंबर 2025** को उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। इस घटना ने न केवल परिवार के बीच तनाव को उजागर किया है, बल्कि समाज में भी चिंता का विषय बन गया है।
समाज में पारिवारिक विवादों की बढ़ती समस्या
यह घटना समाज में पारिवारिक विवादों की बढ़ती समस्या को दर्शाती है। अक्सर ऐसी घटनाएं नशे की लत, आर्थिक तंगी या मानसिक तनाव के कारण होती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के मामलों में समय पर **मनोवैज्ञानिक** और सामाजिक सहायता की आवश्यकता होती है।
पारिवारिक विवादों से बचने के लिए परिवार के सदस्यों को आपस में संवाद स्थापित करना चाहिए। यदि किसी सदस्य को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, तो उन्हें सही समय पर चिकित्सा सहायता मिलनी चाहिए। इसके अलावा, समाज को भी इस दिशा में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
निष्कर्ष
कोण्डागांव की यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि हमें पारिवारिक संबंधों को मजबूत बनाने की आवश्यकता है। पुलिस ने समय पर कार्रवाई की, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि समाज के सभी वर्ग इस दिशा में कदम उठाएं ताकि पारिवारिक कलह से बचा जा सके। ऐसे मामलों में न केवल कानूनी कार्रवाई आवश्यक है, बल्कि समाज को भी इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।


























