सरगांव पुलिस की बड़ी कार्रवाई: फरार आरोपी गिरफ्तार
सरगांव पुलिस ने टिकैतपेंड्री गांव में हुई मारपीट और तोड़फोड़ के मामले में फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह आरोपी, सरजू उर्फ शेरा लहरे, बिलासपुर से पकड़ाया है। इस मामले में पहले से ही सात अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा जा चुका है। पुलिस की यह कार्रवाई स्थानीय कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
मारपीट की घटना का विवरण
प्रार्थी जितेंद्र गायकवाड़ (38), जो मोहदी, थाना सरगांव, जिला मुंगेली के निवासी हैं, ने 19 जुलाई 2025 को सरगांव थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि टिकैतपेंड्री निवासी कन्हैया बघेल अपने बेटे और अन्य पारिवारिक सदस्यों के साथ हॉकी स्टिक, रॉड, और डंडे लेकर उनके घर के सामने आए।
आरोपियों ने न केवल गाली-गलौज की बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। जितेंद्र और उनके परिवार के अन्य सदस्यों जैसे कि भाई भागबली करण, बेटे भरत, मां जमुना बाई और पत्नी सुनीता बाई के साथ मारपीट की गई। घटना के दौरान आरोपियों ने दुकान के काउंटर और स्कूटी में भी तोड़फोड़ की, जिससे प्रार्थी को काफी नुकसान हुआ।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
जितेंद्र की शिकायत पर थाना सरगांव में अपराध क्रमांक 92/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मुंगेली पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने फरार आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर छाबड़ा और उप पुलिस अधीक्षक नवनीत पाटिल के मार्गदर्शन में पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की।
जांच के दौरान, पुलिस ने 10 सितंबर 2025 को कन्हैया बघेल, किशन बघेल, महेंद्र, जीवन बघेल, रामबिलास बघेल, विजय कुमार बघेल और अजय कुमार सहित सात आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान सभी आरोपियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। पुलिस ने इनसे हॉकी स्टिक, रॉड और डंडे बरामद कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
आरोपी सरजू की गिरफ्तारी
घटना के बाद से आरोपी सरजू उर्फ शेरा लहरे फरार चल रहा था। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुटी थीं। अंततः 5 नवंबर 2025 को मुखबिर की सूचना पर उसे बिल्हा, बिलासपुर से गिरफ्तार किया गया। सरजू, जो 28 वर्ष का है और पिता का नाम बुलबुल लहरे है, ने पूछताछ में घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की। उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
समुदाय में सुरक्षा की भावना
इस तरह की घटनाएं न केवल व्यक्तियों के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए चिंता का विषय बन जाती हैं। सरगांव पुलिस की सक्रियता और त्वरित कार्रवाई ने स्थानीय निवासियों के बीच एक सुरक्षा की भावना पैदा की है। पुलिस की इस कार्रवाई से यह संदेश भी गया है कि कानून का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि आगे से ऐसी घटनाएं नहीं होंगी। पुलिस प्रशासन ने भी जनता को आश्वस्त किया है कि वे उनकी सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।























