कोरिया में ऑटो दुर्घटना: दो महिलाओं की मौत, कई घायल
कोरिया जिले में एक दुखद घटना में, महिलाओं का एक ऑटो सोमवार की रात बेकाबू होकर नाले में गिर गया। यह दुर्घटना उस समय हुई जब महिलाएं एक दशगात्र कार्यक्रम से लौट रही थीं। इस हादसे में एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य घायलों में से एक महिला ने इलाज के दौरान जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। यह घटना स्थानीय लोगों के लिए शोक का कारण बन गई है और प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
दुर्घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, पटना थाना क्षेत्र के ग्राम झरना पारा की महिलाएं एक किराए के ऑटो में सवार होकर ग्राम बकसर गए थे। यह ऑटो ग्राम सत्तीपारा निवासी प्रताप राजवाड़े का था। रात करीब 11 बजे जब सभी महिलाएं वापस लौट रही थीं, तभी तेज रफ्तार में ऑटो नकटी नाला पुलिया में गिर गया। इस दुर्घटना में लगभग 10 महिलाएं घायल हो गईं।
घायलों की स्थिति और अस्पताल में उपचार
दुर्घटना के तुरंत बाद, फुलकुंवर नामक एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य घायलों की स्थिति गंभीर थी। मौके पर मौजूद पटना हॉस्पिटल के डॉक्टर आशुतोष तिवारी ने तुरंत मदद की। उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर घायलों को बाहर निकाला और एंबुलेंस को बुलाया। घायलों को अस्पताल पहुंचाने में त्वरित कार्रवाई की गई, जिससे उनकी जान बचाने में मदद मिली।
गंभीर रूप से घायल चार महिलाओं को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। इनमें झरना पारा की पूर्व सरपंच हीरा कुमारी, वीर कुमारी, मानमती और सोनी शामिल थीं। अन्य घायलों का उपचार पटना सीएचसी में किया गया। हालांकि, जिला अस्पताल में इलाज के दौरान वीर कुमारी ने भी दम तोड़ दिया। इस प्रकार, इस दुर्घटना में दो महिलाओं की जान चली गई, जिससे परिवार और समाज में गहरा दुख फैला है।
पुलिस की कार्रवाई
इस मामले में, पटना पुलिस ने ऑटो के चालक के खिलाफ धारा 184 एमवी एक्ट और बीएनएस की धाराओं 106(6), 125(ए), 281 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
इस घटना ने स्थानीय समुदाय को हिला कर रख दिया है। लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या इस तरह की दुर्घटनाएं भविष्य में फिर से होंगी। स्थानीय लोगों का मानना है कि सड़क सुरक्षा और परिवहन व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। साथ ही, स्थानीय प्रशासन को भी इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
निष्कर्ष
कोरिया की इस दुर्घटना ने न केवल उन परिवारों को प्रभावित किया है, जिन्होंने अपनी प्रियजनों को खोया है, बल्कि पूरे समुदाय को भी। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि हम कैसे सड़क सुरक्षा को बेहतर बना सकते हैं और ऐसी दुखद घटनाओं से बच सकते हैं। प्रशासन और नागरिकों को मिलकर इस दिशा में कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ न हों।





















