बलौदाबाजार में सीमेंट प्लांट में हादसा, संविदा कर्मचारी की मौत
बलौदाबाजार के एक निजी सीमेंट प्लांट में काम के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें एक संविदा कर्मचारी की दुखद मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब बॉयलर कैंसिंग के क्वायल की चपेट में आने से बिपिन कुमार नामक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। बिपिन कुमार की पहचान बिहार के रोहतास जिले के निवासी के रूप में की गई है, जो अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए यहां काम करने आया था।
मृतक की पहचान और अस्पताल में स्थिति
जानकारी के अनुसार, बिपिन कुमार ठेका कंपनी टिकेश के अधीन कार्यरत था। जिला अस्पताल के डॉ. अविनाश मार्कण्डेय ने बताया कि श्रमिक को सीमेंट प्लांट से मृत अवस्था में लाया गया था। चिकित्सकों द्वारा की गई जांच में यह स्पष्ट हुआ कि उसके सिर पर गंभीर चोटें थीं, जो उसकी मौत का कारण बनीं। इस दर्दनाक घटना ने न केवल मृतक के परिवार को झकझोर दिया है, बल्कि प्लांट में काम कर रहे अन्य श्रमिकों के बीच भी भय का माहौल पैदा कर दिया है।
श्रमिक की मौत के पीछे का कारण
स्थानीय सिविल सर्जन, डॉ. अशोक वर्मा ने पुष्टि की कि बिपिन की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो चुकी थी। मृतक के साले उपेंद्र कुमार ने बताया कि शिफ्ट खत्म होने से पहले क्लैंप छूटने से क्वायल गिर गया, जिसके नीचे दबने से बिपिन की मौत हुई। यह घटना न केवल एक व्यक्ति की जान ले गई, बल्कि इसके पीछे की सुरक्षा प्रक्रिया पर भी सवाल उठाती है।
परिवार की मांग और कंपनी की जिम्मेदारी
मृतक के परिवार ने कंपनी से मुआवजे और एक परिवार के सदस्य को नौकरी देने की मांग की है। उपेंद्र कुमार ने कहा, “हम न्याय की उम्मीद कर रहे हैं और चाहते हैं कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।” इस दुखद घटना ने उस क्षेत्र के श्रमिकों के समक्ष सुरक्षा की आवश्यकता को और अधिक स्पष्ट कर दिया है।
प्लांट में काम करने वाले अन्य श्रमिकों की प्रतिक्रिया
बिपिन के साथ काम कर रहे श्रमिक राकेश कुमार पटेल ने बताया कि बिपिन डेढ़ माह पहले ही उनके साथ काम पर आया था। उन्होंने कहा, “हम सभी इस घटना से सदमे में हैं। बिपिन एक मेहनती और जिम्मेदार श्रमिक था। इस तरह की दुर्घटनाएं नहीं होनी चाहिए।” इस घटना के बाद श्रमिकों में असुरक्षा की भावना बढ़ गई है, और वे कंपनी से बेहतर सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं।
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने के बाद कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे सभी तथ्यों और गवाहों के बयान को ध्यान में रखते हुए इस मामले की गहराई से जांच करेंगे। इस मामले में अगर लापरवाही पाई जाती है, तो जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
बलौदाबाजार के इस हादसे ने एक बार फिर श्रमिकों की सुरक्षा के मुद्दे को सामने लाया है। यह घटना न केवल बिपिन कुमार के परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है, बल्कि यह सभी कार्यस्थलों पर सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने की आवश्यकता की भी याद दिलाती है। श्रमिकों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाना न केवल कंपनियों की जिम्मेदारी है, बल्कि यह समाज की भी जिम्मेदारी है कि हम सभी मिलकर एक सुरक्षित कार्य वातावरण का निर्माण करें।
इस दुखद घटना पर हमारी नजर बनी रहेगी और हम आगे की जानकारी के लिए पाठकों को अपडेट करते रहेंगे।
























