चीन और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव में कमी
हाल ही में चीन ने अमेरिकी कृषि उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ को समाप्त कर दिया है। यह निर्णय उस समय लिया गया है जब अमेरिका ने चीन के उत्पादों पर फेंटनाइल से जुड़े टैरिफ को कम करने का फैसला किया है। इस कदम के साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
चीन का टैरिफ हटाने का निर्णय
चीन के वित्त मंत्रालय ने बुधवार, 5 नवंबर को यह पुष्टि की कि यह पूर्व एशियाई देश 4 मार्च से लागू किए गए टैरिफ को रोक देगा। इस सूची में सोयाबीन, मकई, गेहूं, ज्वार और चिकन जैसे अमेरिकी कृषि उत्पाद शामिल हैं। यह निर्णय अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फेंटनाइल से संबंधित टैरिफ को 10% तक कम करने वाले कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद लिया गया है।
चीन के इस टैरिफ में कमी का प्रभाव सोमवार को 1:01 PM से लागू होगा। ट्रंप के आदेश के बाद, अमेरिका ने भी अपने टैरिफ को 34% से घटाकर 10% करने का निर्णय लिया है। यह कदम दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव को कम करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
एपीईसी समिट में सकारात्मक बातचीत
यह सकारात्मक संकेत उस समय सामने आया है जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के बीच कोरिया में एपीईसी समिट के दौरान सकारात्मक बातचीत हुई थी। इस बातचीत ने अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ के बदले टैरिफ की लड़ाई को समाप्त करने में मदद की।
चीन के खरीददारों की स्थिति
दोनों देशों के बीच तनाव के कारण चीन के खरीदारों ने अमेरिकी सोयाबीन की खरीदारी से परहेज किया था और उन्होंने दक्षिण अमेरिकी उत्पादकों से अधिक खरीदारी की थी। हालाँकि, बैठक से कुछ दिनों पहले, चीन ने अमेरिकी माल की खरीदारी शुरू की, और ट्रंप-शी मीटिंग के बाद आगे की खरीदारी जारी रखी। पिछले वर्ष यह व्यापार 12 अरब डॉलर से अधिक का था।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदें
चीन के वित्त मंत्रालय ने एक अलग नोटिस में कहा, “चीन और अमेरिका के बीच कुछ टैरिफ का स्थगन दोनों देशों और उनके लोगों के बुनियादी हितों के अनुरूप है।” इस निर्णय का स्वागत अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी किया है, क्योंकि यह द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को एक उच्च स्तर पर पहुँचाने में मदद करेगा।
टैरिफ में कमी की अवधि
चीन का वित्त मंत्रालय ने यह भी पुष्टि की है कि अमेरिकी उत्पादों पर 24% का टैरिफ एक वर्ष के लिए निलंबित किया जाएगा, जो ट्रंप के कार्यकारी आदेश के समान है। यह निलंबन 1:01 PM सोमवार से लागू होगा, जब एक पूर्व निर्धारित समय सीमा समाप्त हो रही है।
भविष्य की संभावनाएँ
चीन और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार की संभावनाएँ अब और भी मजबूत हो गई हैं। दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव को कम करने के लिए यह कदम महत्वपूर्ण है। इससे न केवल दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
इस प्रकार, अमेरिका और चीन के बीच हुए इस समझौते से दोनों देशों के व्यापारिक संबंध एक नई दिशा में बढ़ सकते हैं, जो वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण साबित होगा।


























