Nvidia ने भारतीय गहरे तकनीकी स्टार्टअप्स के लिए बड़ा योगदान दिया
निवेदीय कंपनी Nvidia ने हाल ही में भारतीय और अमेरिकी निवेशकों के साथ मिलकर दक्षिण एशिया के गहरे तकनीकी स्टार्टअप्स का समर्थन करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस समूह ने नए सदस्यों को जोड़ा है और $850 मिलियन से अधिक की पूंजी प्रतिबद्धता प्राप्त की है, जिससे स्टार्टअप्स को वित्त पोषण के बड़े अंतर को भरने में मदद मिलेगी।
इस पहल में Qualcomm Ventures, Activate AI, InfoEdge Ventures, Chirate Ventures और Kalaari Capital जैसे नए निवेशक शामिल हुए हैं, जो भारत गहरे तकनीकी गठबंधन का हिस्सा बने हैं। यह गठबंधन सितंबर में $1 बिलियन की प्रारंभिक प्रतिबद्धता के साथ शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष, अर्धचालक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स जैसे उद्योगों में कंपनियों का समर्थन करना है।
Nvidia की भूमिका और तकनीकी समर्थन
Nvidia इस गठबंधन का एक संस्थापक सदस्य और रणनीतिक सलाहकार है। कंपनी भारतीय गहरे तकनीकी स्टार्टअप्स को अपने AI और कम्प्यूटिंग उपकरणों को अपनाने में मदद करने के लिए तकनीकी मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और नीतिगत इनपुट प्रदान करेगी। यह कदम अनुसंधान-आधारित स्टार्टअप्स को दीर्घकालिक विकास समय और लाभप्रदता के अनिश्चित मार्ग के बावजूद निवेश आकर्षित करने में मदद करने के लिए उठाया गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि गहरे तकनीकी निवेश आवश्यक हैं ताकि ऐसे कोर तकनीकों का विकास किया जा सके, जैसे कि चिप्स और कृत्रिम बुद्धिमत्ता, जो आर्थिक और रणनीतिक स्वतंत्रता को सुनिश्चित करते हैं।
भारत में गहरे तकनीकी स्टार्टअप फंडिंग की स्थिति
हाल ही में भारत में गहरे तकनीकी स्टार्टअप फंडिंग में 78% की वृद्धि हुई है, जो पिछले साल $1.6 बिलियन तक पहुंच गई। हालाँकि, यह कुल $7.4 बिलियन में से केवल एक-पांचवां हिस्सा है, जैसा कि उद्योग निकाय Nasscom की एक रिपोर्ट में बताया गया है। यह आंकड़ा इस बात का संकेत है कि गहरे तकनीकी स्टार्टअप्स को अभी भी काफी समर्थन की आवश्यकता है।
इस बीच, केंद्र सरकार ने हाल ही में अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहित करने के लिए $12 बिलियन की एक पहल शुरू की है। भारत, जहां सेवाओं का क्षेत्र काफी मजबूत है, अभी भी विनिर्माण में पीछे है। इस पहल का उद्देश्य देश में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना है।
सरकारी समर्थन और स्टार्टअप्स की प्रतिक्रिया
इस साल अप्रैल में एक केंद्रीय मंत्री ने स्टार्टअप्स से आग्रह किया था कि वे चीन की तरह उच्च तकनीक पर ध्यान केंद्रित करें, न कि सिर्फ ग्रॉसरी डिलीवरी पर। इस बयान पर उद्यमियों ने प्रतिक्रिया दी थी, जिनका कहना था कि सरकार को नवाचार का समर्थन करने के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
Sriram Viswanathan, जो Celesta Capital के संस्थापक प्रबंध भागीदार हैं, ने कहा कि सरकार का बढ़ता समर्थन इस बात का संकेत है कि “भारत के लिए गहरे तकनीक पर ध्यान केंद्रित करने का यह सबसे अच्छा समय है।” Celesta ने स्पेस-टेक कंपनी Agnikul Cosmos और ड्रोन निर्माता IdeaForge जैसे स्टार्टअप्स में निवेश किया है।
गठबंधन के उद्देश्य और भविष्य की योजनाएं
यह गठबंधन अपने सदस्यों की पूंजी को भारतीय गहरे तकनीकी स्टार्टअप्स में अगले पांच से दस वर्षों में निवेश करने का लक्ष्य रखता है, साथ ही साथ मेंटरशिप और नेटवर्क एक्सेस प्रदान करने का भी। Viswanathan ने बताया कि “यहां पूंजी का कोई वास्तविक एकत्रीकरण नहीं है। यह स्वैच्छिक है,” और उन्होंने Nasscom का उदाहरण दिया।
इस प्रकार, Nvidia का यह नया कदम न केवल भारतीय गहरे तकनीकी स्टार्टअप्स के लिए एक नई आशा का संचार करता है, बल्कि यह देश के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता रखता है। नए निवेश और तकनीकी समर्थन से भारतीय स्टार्टअप्स को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।























